कमजोर सहपाठियों को अब पढ़ा रहे कक्षा के श्रेष्ठ छात्र
सरकारी ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को सभी छात्रों तक पहुंचाने के लिए एक अच्छी पहल टाटा वर्कर्स यूनियन उच्च विद्यालय कदमा की ओर से की गई है। यहां के स्कूल के बाल संसद के श्रेष्ठ बच्चे विद्यालय के कमजोर छात्रों को वाट्सएप के माध्यम से पढ़ाने का कार्य कर रहे हैं।
वेंकटेश्वर राव, जमशेदपुर : सरकारी ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को सभी छात्रों तक पहुंचाने के लिए एक अच्छी पहल टाटा वर्कर्स यूनियन उच्च विद्यालय कदमा की ओर से की गई है। यहां के स्कूल के बाल संसद के श्रेष्ठ बच्चे विद्यालय के कमजोर छात्रों को वाट्सएप के माध्यम से पढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। फोन से ये छात्रों की शंकाओं को दूर करते हैं। पहले इस स्कूल के सभी छात्र वाट्सएप के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पाते थे। अब इस अच्छी पहल ने लगभग सभी छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। इसके अच्छे परिणाम सामने आये हैं। कुल 323 बच्चों में से पहले 150 ही ऑनलाइन में पढ़ाई कर पाते थे। अब 300 छात्र वाट्सएप के माध्यम से पढ़ाई करने लगे हैं। इन श्रेष्ठ बच्चों के साथ शिक्षक अलग से जूम एप के माध्यम से जुड़कर कई तरह का निर्देश भी प्रतिदिन देते हैं।
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ऐसे कार्य करते हैं बाल संसद के सर्वश्रेष्ठ छात्र
प्रत्येक सर्वश्रेष्ठ छात्र के अंतर्गत दस-दस छात्रों का एक ग्रुप बनाया गया है। अब हर अपने अंदर रहने वाले दस बच्चों की जिम्मेदारी उठा रहे हैं। ये सर्वश्रेष्ठ छात्र यह देखते हैं कि वे नोट्स बना रहे हैं या नहीं, कांटेंट देख रहे हैं या नहीं और शनिवार को क्विज में भाग ले रहे हैं या नहीं की जानकारी रखते हैं। प्रत्येक शनिवार को जूम के माध्यम से बाल संसद के शिक्षकों से संवाद करते हैं। बाल संसद का यह कदम सरकारी ऑनलाइन शिक्षा में एक क्रांतिकारी परिवर्तन ला रहा है। यह आइडिया विज्ञान शिक्षिका शिप्रा मिश्रा ने स्कूल की प्रधानाचार्य सेतेंग केरकेट्टा को दिया था। इसके बाद स्कूल ने इसे लागू कर दिया।
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रिचार्ज के लिए किया डाटा बैंक का निर्माण
बच्चों की पढ़ाई में इंटरनेट बाधा न बनें, इसलिए स्कूल की ओर से डाटा बैंक का निर्माण किया गया है। चूंकि सरकारी स्कूल में साधारण एवं गरीब परिवार के बच्चे पढ़ते हैं, इसलिए रिचार्ज के लिए इस बैंक का निर्माण किया गया है। इस बैंक से राशि निकालकर छात्रों के मोबाइल का डाटा खत्म होने के बाद रिचार्ज कर दिया जाता है। इस कार्य को पहले विद्यालय के शिक्षकों ने प्रारंभ किया था। अब इस बैंक में सहयोग लायंस क्लब ऑफ स्टील सिटी, अन्वेशा क्लब, इनर व्हील क्लब जैसे एनजीओ कर रही है। अब छात्रों को जरूरत के हिसाब से इंटरनेट पैक भर दिया जाता है।