सात संतालों को पंडित रघुनाथ मुर्मू सम्मान
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू की 113वीं जयंती पर सोमवार को उन्
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू की 113वीं जयंती पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। बिष्टुपुर स्थित एसएनटीआइ प्रेक्षागृह में गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू अकादमी, जाहेरथान कमेटी दिशोम जाहेर करनडीह और ट्राइबल कल्चरल सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में सम्मान समारोह आयोजित का आयोजन किया गया। समारोह में संताल समाज में सराहनीय योगदान देने वाले सात लोगों को गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में जिप उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह शामिल हुए, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में करीम सिटी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मो. जकारिया, साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित मंगल माझी और जाहेरथान कमेटी के महासचिव सीआर माझी उपस्थित हुए। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिप उपाध्यक्ष ने कहा कि पंडित रघुनाथ मुर्मू के अहम योगदान का नतीजा ही है कि आज संताल समाज के लोग अपनी मातृभाषा में शिक्षा हासिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और प्रकृति प्रेम आदिवासियों से सीखने की आवश्यकता है। इस अवसर पर डॉ. मो जकारिया ने कहा कि सभी को अपनी मातृभाषा में शिक्षा हासिल करने का अधिकार है। मौके पर ओल चिकी को बढ़ावा देने के लिए सालखू मुर्मू को, गैर संताली होकर भी संताली संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए गंगारानी थापा को, संताली ड्रामा को लोकप्रिय बनाने के लिए ईश्वर सोरेन को, संताली संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा देने के लिए किनु सूरज टुडू को पंडित रघुनाथ मुर्मू सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर खेल के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने वाली लक्ष्मी रानी माझी, प्रकृति संरक्षण पर काम करने वाली जिला परिषद सदस्य चामी मुर्मू और ऑल इंडिया संताली राईटर एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रूपचांद हांसदा को भी सम्मानित किया गया। तीनों अपने निजी कारणों से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। रूपचांद हांसदा का सम्मान पितांबर माझी ने, लक्ष्मी रानी माझी का सम्मान उनके पिता दीकु माझी ने और चामी मुर्मू का सम्मान दुलारी मुर्मू ने प्राप्त किया।