जमशेदपुर में गिरफ्तार दाऊद इब्राहिम का करीबी अब्दुल माजिद फर्जी पासपोर्ट मामले में फंसा, शहाबुद्दीन के रिश्तेदार ने की थी मदद
Dawood Ibrahim Gang Member Abdul Majid. गुजरात एटीएस के हत्थे चढ़े दाउद इब्राहिम गैंग के खास सदस्य अब्दुल माजिद कुट्टी से जुड़ा बड़ा खुलासा हुआ है। जमशेदपुर में 19 जून 2019 से पहचान छिपाकर और नाम बदलकर वह टेल्को के बारीनगर में रहा।
जमशेदपुर, जासं। मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम का गुर्गा अब्दुल माजिद कुट्टी उर्फ मो. कमाल फर्जी दस्तावेज से फर्जी पासपोर्ट बनवाने के मामले में फंस गया है। जमशेदपुर के मानगो थाना में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले में उसकी मदद करने वाले और जमशेदपुर में पनाह देने वाले टेल्को बारीनगर निवासी मो. इनाम अली और पासपोर्ट बनाने वाले अज्ञात एजेंट को भी आरोपित बनाया गया है।
मानगो थाना की पुलिस ने मो. इनाम का पासपोर्ट और मोबाइल जब्त कर लिया है। शुक्रवार को पुलिस इनाम अली को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज चुकी है, जबकि अब्दुल माजिद कुट्टी उर्फ मो. कमाल को गुजरात की एटीएस ने जमशेदपुर पुलिस की मदद से 25 दिसंबर की शाम मानगो थाना के सामने से गिरफ्तार किया था। उसकी तलाश गुजरात पुलिस को 1996 में मेहसाणा में दर्ज आर्म्स एक्ट और विस्फोटक अधिनियम के मामले में थी। वह 24 साल से फरार था। जमशेदपुर में 19 जून 2019 से पहचान छिपाकर और नाम बदलकर टेल्को के बारीनगर में रहा। इसके बाद मानगो स्थित सहारा सिटी में राजेश शर्मा का डुप्लेक्स किराये पर लेकर पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा था।
टेल्को में भी रहा था अब्दुल माजिद कुट्टी
जमशेदपुर के एसएसपी एम तमिल वाणन ने बताया कि अब्दुल माजिद कुट्टी ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में बताया कि वह टेल्को के बारीनगर निवासी मो. इनाम अली के सहयोग से उसके घर पर रहा। घर का पता और नाम बदलकर फर्जी तरीके से पासपोर्ट बनवाया। इसके बाद इनाम अली की गतिविधि की जांच की गई। पता चला कि इनाम अली ने ही अब्दुल माजिद कुट्टी, जो दाऊद इब्राहिम और अबू सलेम का दोस्त है, का पासपोर्ट मो. कमाल के नाम से बनाया था।
शहाबुद्दीन का रिश्तेदार है इनाम
अब्दुल माजिद कुट्टी का जब्त पासपोर्ट।
इनाम अली को 1999 से ही सारी बात की जानकारी दी थी कि अब्दुल माजिद कुट्टी की गतिविधि आपराधिक है और दाऊद इब्राहिम समेत अन्य वांटेड अपराधियों से जुड़ा हुआ है। इसके बावजूद इनाम अली ने अपने घर पर कुट्टी को पनाह दी। फर्जी आधार कार्ड पर फर्जी पासपोर्ट बनवाया। पुलिस को गलत सूचना देकर अपराधी की पहचान छिपाई। इनाम ने अंडरवर्ल्ड माफिया के साथ सांठगांठ रखा, जो अपराध है। गौरतलब है कि इनाम अली मूल रुप से बिहार के सिवान जिला का निवासी है और सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का रिश्तेदार है।