आम आदमी की पहुंच से दूर हुआ दरबार साहिब व हेमकुंड साहिब की यात्रा
पिछले छह माह से टाटा-जम्मूतवी एक्सप्रेस व टाटा-अमृतसर जलियांवालाबाग एक्सप्रेस का परिचालन बंद है। उधर पंजाब सरकार ने भी बिहार-झारखंड की ट्रेनों का ठहराव पंजाब में बंद कर दिया है। ऐसे में सिख श्रद्धालुओं का पंजाब स्थित धार्मिक स्थलों पर जाना मुश्किल हो गया है।
जमशेदपुर, गुरदीप राज। पिछले छह माह से टाटा-जम्मूतवी एक्सप्रेस व टाटा-अमृतसर जलियांवालाबाग एक्सप्रेस का परिचालन बंद है। उधर, पंजाब सरकार ने भी बिहार-झारखंड की ट्रेनों का ठहराव पंजाब में बंद कर दिया है। ऐसे में सिख श्रद्धालुओं का पंजाब स्थित धार्मिक स्थलों पर जाना मुश्किल हो गया है।
कोल्हान में सिखों की आबादी करीब दो लाख है। पूरे कोल्हान में जालियांवाला बाग व जम्मूतवी एक्सप्रेस दो मात्र ऐसी लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन टाटानगर स्टेशन से होता है जो कोल्हान के सिखों के लेकर अमृतसर स्थित दरबार साहिब (स्वर्ण मंदिर) व उतराखंड स्थित हेमकुंड साहिब के दर्शन को जाती है, कोल्हान में रहने वाले वैसे परिवार जो प्रत्येक माह पंजाब का फेरा लगाते थे और अपनी जमीन, खेत, मकान व रिश्तेदारों से मिलकर वापस लौटते थे। ट्रेन का परिचालन बंद होने से वैसे लोगों पर तो आफत ही टूट पड़ी है।
कार से यात्रा पर आते 36 हजार रुपये खर्च
आम आदमी तो चाह कर भी हवाई यात्रा व सड़क मार्ग से पंजाब की यात्रा करने की सोच भी नहीं सकते। क्योंकि सड़क मार्ग से पंजाब तक की यात्रा कार से करने में करीब 36 हजार रुपये का खर्च आता है। ऐसे में आम आदमी के लिए पंजाब की यात्रा करना नामुमकिन है। सिख जत्थों ने पंजाब तक कार से यात्रा करने के लिए टूर एंड ट्रेवल्स से भी संपर्क किया था लेकिन किराया अधिक हो जाने के कारण यात्रा को रद कर दिया गया।
जत्थों ने की पंजाब यात्रा रद
हेमकुंड साहिब सेवा सोसाइटी प्रत्येक वर्ष पूरे कोल्हान से संगत को लेकर हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए जालियांवाला बाग एक्सप्रेस ट्रेन से जाती थी और रुड़की स्टेशन में उतरकर हेमकुंड साहिब के लिए दूसरी ट्रेन से आगे का सफर तय करती थी। पंजाब जाने वाली ट्रेनों का परिचालन बंद होने के कारण संगत गुरु घर के दर्शन तक नहीं कर सके। सेवा सोसाइटी के अमरजीत सिंह बॉबी ने बताया कि उनके जत्थे के साथ जमशेदपुर, आसनसोल, मुगलसराय, बाराबंकी, फैजाबाद, लखनऊ, लुधियाना की संगत एक साथ हेमकुंड साहिब व पंजाब के गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जाती थी। जमशेदपुर व कानपुर स्थित हेमकुंड साहिब सेवा सोसाइटी के अधिकारी संयुक्त रुप से संगत को एक साथ लेकर प्रत्येक वर्ष हेमकुंड साहिब जाते थे।
ट्रेन बंद होने के बावजूद अपनी कार से हेमकुंड साहिब के किए दर्शन
पंजाब जाने वाली यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद है। ऐसे में हेमकुंड साहिब के दर्शन करना संभव नहीं था। साकची के सन्नी सिंह ने बताया कि उनका जत्था पिछले 15 वर्षों से हेमकुंड साहिब के दर्शन करने जा रहा है। इस बार ट्रेन का परिचालन बंद होने से वे और उनके साथ आठ युवा अपनी एक कार से ही हेमकुंड साहिब के दर्शन को पहुंच गए। लौहनगरी से निकलने से पहले पूरी टीम में शामिल आठ लोगों ने अपनी कोविड जांच कराई। राजधानी व पुरुषोत्तम एक्सप्रेस की तरह स्पेशल ट्रेन के नाम पर भी तो पंजाब के लिए ट्रेनों का परिचालन किया जा सकता था।
दिल्ली, पुरी, अहमदाबाद, मुंबई के लिए रेलवे ट्रेनों का परिचालन कर रही है तो फिर पंजाब के लिए यात्री ट्रेनों का परिचालन क्यों बंद है। पंजाब जाने वाली ट्रेनों का परिचालन बंद होने से कोल्हान के सिख समुदाय पंजाब स्थित दरबार साहिब सहित धार्मिक स्थलों के दर्शन से वंचित हो रहे है।
- महेंद्र सिंह, प्रधान, सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी
पंजाब जाने वाली ट्रेन का परिचालन बंद होने से आम आदमी पंजाब स्थित अपने खेत, मकान जमीन को भी पंजाब जाकर नहीं देख पा रहे है। इतना ही नहीं कोल्हान के सिख ही नहीं गैर सिख भी पंजाब स्थित दरबार साहिब व धार्मिक स्थलों के दर्शन से वंचित हो गए है।
- सतवीर सिंह सूमो, सेंट्रल सिख नौजवान सभा के पूर्व प्रधान
कोल्हान के सिखों की आस्था दरबार साहिब व हेमकुंड साहिब से जुड़ी हुई है। आम आदमी महंगा किराया देकर कार या हवाई मार्ग से सफर नहीं कर सकता।
-सुरेंद्र पाल सिंह
प्रत्येक वर्ष दरबार साहिब व हेमकुंड साहिब के दर्शन संगत के साथ करते थे। इस बार पंजाब जाने वाली ट्रेनों का परिचालन बंद होने से गुरु के दर्शन से कोल्हान की संगत वंचित रह गई।
-अमरजीत सिंह, प्रमुख हेमकुंड साहिब सेवा सोसाइटी
ट्रेनों का परिचालन धीरे-धीरे शुरू कर दिया गया है, जल्द ही टाटानगर से भी पंजाब जाने वाली जम्मू तवी एक्सप्रेस व जालियांवाला बाग एक्सप्रेस का परिचालन शुरू किया जाएगा।
- विजय कुमार साहू, डीआरएम, चक्रधरपुर मंडल