दक्षिण भारतीय समाज ने मनाया पंडूगा, पोंगल व मकर संक्रांति
जमशेदपुर में रहने वाले दक्षिण भारतीय समाज ने विभिन्न तरीकों से मकर संक्रंाति मनाई। तेलुगु समाज में पंडूगा तो तमिल समाज में पोंगल तथा मलयाली (केरल के लोग) समाज में इसे मकर संक्रांति रूप में मनाई।
जासं, जमशेदपुर : जमशेदपुर में रहने वाले दक्षिण भारतीय समाज ने विभिन्न तरीकों से मकर संक्रंाति मनाई। तेलुगु समाज में पंडूगा तो तमिल समाज में पोंगल तथा मलयाली (केरल के लोग) समाज में इसे मकर संक्रांति रूप में मनाई।
पंडूगा में बुधवार को तुेलुगु समाज व तमिल समाज ने अपने-अपने घरों में पूर्वजों की पूजा अर्चना की। इसके बाद दान पुण्य का कार्यक्रम चला। खासकर भगवान बालाजी और श्रीराम की पूजा अर्चना की। तमिल समाज में पोंगले पोंगल बोलकर गुड़ का खीर एवं अन्य दक्षिण भारतीय व्यंजन बनाया। व्यंजनों को रख भगवान सूर्य की पूजा अर्चना की गई। भगवान विष्णु की आराधना की गई। इस दौरान सभी सदस्यों ने नए वस्त्रों को धारण किया। सुबह एवं शाम को सभी सदस्य विभिन्न मंदिरों में मिले और एक दूसरे को बधाई दी।
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बिष्टुपुर राम मंदिर में कोलाटम नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम
जासं, जमशेदपुर : बिष्टुपुर राम मंदिर में पंडूगा के अवसर पर भगवान वेंकटेश्वर तथा श्रीराम की विशेष पूजा अर्चना की गई। शाम को अध्यक्ष वी डी गोपाल कृष्णा एवम महासचिव एसवी दुर्गा प्रसाद के नेतृत्व में कार्यक्रम किया गया। अपराह्न 3 बजे से सुहागिन महिलाओं के बीच हल्दी कुमकुम एवं सुहाग सामग्री का वितरण किया गया। इसके बाद शाम को कोलाटम नृत्य फिल्मी गीत की नृत्यों पर महिलाओं ने प्रस्तुत किया। यह कार्यक्रम पहली बार राम मंदिर प्रांगण में आयोजित हुआ।
भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। शाम को बालाजी इवेंट केनन्हें बच्चों एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा गीत एवम नृत्य की प्रस्तुति दी। मंदिरम में मुख्य अतिथि के टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, समाजसेवी कमल किशोर अग्रवाल, एडीएल सोसाइटी के पदाधिकारियों व आंध्र एसोसिएशन के पदाधिकारियों सहित कई समाजसेवियों को अध्यक्ष वीडी गोपाल की ओर से कंडवा पहनाकर सम्मानित किया गया। इन सभी संस्थाओं के द्वारा मंदिरम के लिए आर्थिक सहयोग देने का वादा किया गया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से झारखंड श्रीवारी सेवा दल एवम आन्ध्र आदि समाज का सहयोग मिला। कार्यक्रम संचालन में कार्यकारिणी समिति के बी रमना राव, गंगा मोहन, वाई श्रीनिवास, जम्मी भास्कर, प्रभाकर राव, महेश कुमार, नागेश गोकले, बी श्रीनिवास राव, के श्रीनिवास, चंद्रशेखर, विजय कुमार, अंजी राव, राजशेखर, बी राममूर्ति, सुर्या राव, वाई नागेश, पी प्रकाश आदि का सहयोग सराहनीय रहा।