बार एसोसिएशन चुनाव प्रक्रिया स्थगित
जिला बार एसोसिएशन की चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चुनाव 21 जनवरी को कराया जाना था लेकिन चुनाव प्रक्रिया की तकनीकी समस्याओं के कारण इसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जिला बार एसोसिएशन की चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चुनाव 21 जनवरी को कराया जाना था, लेकिन चुनाव प्रक्रिया की तकनीकी समस्याओं के कारण इसे फिलहाल आगे बढ़ाए जाने की संभावना है। चुनाव समिति के पदाधिकारी सुरेश चंद्र चौधरी के अनुसार अब चुनाव पर्यवेक्षकों की सर्वसम्मति से कोई आदेश आने के बाद ही चुनाव प्रक्रिया की कवायद आगे बढ़ेगी। नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी भी तभी की जाएगी।
बताते चलें कि जमशेदपुर जिला बार एसोसिएशन के विभिन्न पदों के लिए दाखिल नामांकन पत्रों की गुरुवार को स्क्रूटनी होनी थी, जो नहीं हो पाई। स्क्रूटनी के साथ नए मतदाताओं का नाम सूची में जोड़ने की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो पाई। उम्मीदवारों को सीरियल नंबर भी नहीं मिल पाया। चूंकि चुनाव की तिथि में मात्र तीन दिन शेष बचे हैं, इसलिए इतने कम दिनों में चुनाव प्रक्रिया की पूरी कवायद हो पाना मुश्किल लग रहा था। इसलिए चुनाव को स्थगित कर दिया गया।
चुनाव के लिए पहले मतदाता सूची का प्रकाशन चार जनवरी को किया गया था। इस पर कुछ अधिवक्ताओं का विरोध था। सो, मतदाता सूची में छूटे अधिवक्ताओं का नाम भी शामिल करने की मांग उठी। आठ जनवरी को इस पर चुनाव पर्यवेक्षक रिकू भगत ने अधिवक्ताओं को आश्वासन दिया था कि नामांकन प्रक्रिया, नामांकन पर्चे और मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया 13 जनवरी तक चलती रहेगी। ऐसा हुआ भी, लेकिन नए मतदाता सूची का प्रकाशन नही हो सका। यह भी तय नहीं हो पाया कि जो नए नाम जोड़े जाएंगे वे नामांकन कर पाएंगे या नहीं। इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही। कोई निर्णय नहीं हो पाया। उधर, पांच सदस्यीय चुनाव पर्यवेक्षक में दो सदस्य प्रयाग महतो और धमेंद्र नरायण ने चुनाव समिति द्वारा चुनाव कराने संबंधी मांगे गाइड लाइन पर कहा कि 4 जनवरी को प्रकाशित मतदाता सूची के आधार पर निर्धारित तिथि को चुनाव कराया जाए, लेकिन लिखित रूप से कुछ नहीं दिया गया। संदेश वाट्सएप के माध्यम से भेजा गया जबकि पर्यवेक्षक के पांच सदस्य में तीन सदस्यों में किसी भी प्रकार के निर्णय को लेकर आम सहमति होनी चाहिए। जबतक बहुमत के आधार पर चुनाव कराने के निर्णय पर सहमति नहीं बनती है, तब तक वे आगे की कार्रवाई नहीं बढ़ा सकते। वहीं पर्यवेक्षक के तीन सदस्य बार एसोसिएशन भवन एक साथ कभी नहीं आए। बैठक भी नहीं हुई।
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बार एसोसिएशन कार्यालय में हुई बैठक
इधर, गुरुवार को चुनाव पर्यवेक्षक सह बार काउंसिल की सदस्य रिकू भगत बार एसोसिएशन कार्यालय पहुंची। चुनाव पदाधिकारी सुरेश चंद्र चौधरी, दीना प्रसाद और अन्य सदस्य के साथ बैठक करते हुए चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा की। चुनाव पदाधिकारियों ने आ रही समस्या से अवगत कराया। रिकू भगत ने दैनिक जागरण को बताया कि चुनाव में हर किसी की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। पारदर्शिता भी होनी चाहिए। किसी को चुनाव से वंचित नहीं किया जा सकता। मतदाता सूची में जिनका नाम जोड़ा गया है। उनकी भी चुनाव में सहभागिता हो। चुनाव के लिए पांच पर्यवेक्षक हैं, लेकिन उनके और अनिल महतो के सिवाय बाकी तीन सदस्यों ने सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा। गाइड लाइन भी नहीं दिया। सर्वसम्मति से सदस्यों का जो आदेश होगा। उस अनुसार चुनाव हो।