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जमशेदपुर की कंपनियों के कर्मचारियों के बोनस पर दिखेगा कोरोना का असर

CoronaVirus effect on bonus बोनस का दौर शुरू होने वाला है। सबकी नजर बोनस पर टिकी हुई है। लेकिन कंपनियां जहां घाटे में है वहां बोनस की राशि कम होना तय है। ऐसे में कोरोना का असर कर्मचारियों के बाेनस पर दिखेगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 20 Aug 2021 05:32 PM (IST)Updated: Fri, 20 Aug 2021 05:32 PM (IST)
जमशेदपुर की कंपनियों के कर्मचारियों के बोनस पर दिखेगा कोरोना का असर
जमशेदपुर शहर में बोनस की बयार बह गई है।

अरविंद श्रीवास्तव, जमशेदपुर। जमशेदपुर शहर में बोनस की बयार बह गई है। कर्मचारियों की नजर अब बोनस पर है। शहर में पिछले दो साल से काेरोना के कहर से सभी परेशान हैं। आम से लेकर खास सभी कोविड-19 से प्रभावित है। इससे कल कारखाने भी अछूते नहीं हैं। काेरोना की वजह से कंपनियां बद रहीं तो मंदी का असर भी व्यापक रूप से दिखने को मिला है। ऐसे में अब कंपनियों की स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है। बोनस का दौर शुरू होने वाला है। सबकी नजर बोनस पर टिकी हुई है। लेकिन कंपनियां जहां घाटे में है वहां बोनस की राशि कम होना तय है। ऐसे में कोरोना का असर कर्मचारियों के बाेनस पर दिखेगा।

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लाकडाउन की वजह से बंद रही कंपनियां

वित्तीय सत्र 2020-21 के उत्पादन, उत्पादकता व लाभ का आकलन करने के बाद ही बोनस मिलता है। जब कंपनियों को लाभ होगा तभी ही वह कर्मचारियों के बीच उस राशि को बांटेगी। 2020-2021 कोरोना के पहले लहर में ही बीत गया। 25 मार्च 2020 से 31 जून तक पहला लाकडाउन लग गया। फिर एक जुलाई 2020 में भी लाकडाउन लग गया, जो अक्टूबर तक रहा। इसकी वजह से बाहर से आने वाले रा मैटेरियल पर भी रोक लग गई। पूरे देश में आवागमन बंद हो गया। इस दौरान कई कंपनियाें को बहुत दिनों तक बंद रखना पड़ा। कई में उत्पादन आधा से भी कम हो गया। टाटा मोटर्स में भी बंदी हुई। रा मैटेरियल की वजह से उत्पादन प्रभावित हुआ जो आज भी चल रहा है। इधर मार्च से कोरोना का कहर कम हुआ है।

ऑटो मोबाइल क्षेत्र की कंपनियां रही परेशान

ज्यादातर ऑटो मोबाइल क्षेत्र की कंपनियां कोरोना काल में प्रभावित हुई। बाहर से आने वाले कल-पुर्जे पर रोक लगा दी गई। आवागमन बंद हो गया, जिससे कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या कम की गई। कोरोना की वजह से ही आज भी ब्लॉक-क्लोजर लेकर कंपनी की स्थिति में सुधार किया जा रहा है। टाटा मोटर्स के साथ टाटा कमिंस, स्टील स्ट्रीप्स, टीआरएफ समेत आदित्यपुर क्षेत्र की सैकड़ों छोटी-बड़ी कंपनियों कोरोना की वजह से आज भी करार रही है।

ये कहते यूनियन नेता

कोरोना के कहर से कंपनियां अछूती नहीं हैं। लाकडाउन में आवगमन ठप हो गया जिससे कंपनियों की गतिविधियां कम हो गई। कंपनी के उत्पादन पर इसका काफी प्रभाव पड़ा। उत्पादन कम होने से लाभ का कम होना लाजिमी है। बोनस पर इस कोरोना काल का असर दिखेगा। हालांकि मजदूरों को उनका उचित हक मिले। इसके लिए प्रयास शुरू हो गया है। टिनप्लेट, तार कंपनी, टीआरएफ, टीएसडीपीएल, टाटा ब्लूस्कोप आदि कंपनियों में प्रबंधन को बोनस का पत्र दिया गया है। बहुत जल्द वार्ता भी शुरू होगी। बेहतर बोनस कराना हमारी प्राथमिकता रहेगी।

-राकेश्वर पांडेय, मजदूर नेता सह इंटक अध्यक्ष झारखंड ।


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