प्रधानमंत्री को एमजीएम कॉलेज में 100 लोग सुन सकेंगे, दस से बात भी करेंगे
कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम को लेकर पूर्वी सिंहभूम जिले में जोर-शोर से तैयारी चल रही है। 16 जनवरी यानी पहले दिन सिर्फ महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में वैक्सीनेशन शुरू होगा।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम को लेकर पूर्वी सिंहभूम जिले में जोर-शोर से तैयारी चल रही है। 16 जनवरी यानी पहले दिन सिर्फ महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में वैक्सीनेशन शुरू होगा। साथ ही इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दस लाभुकों से बात भी कर सकते हैं। वहीं, कॉलेज में प्रधानमंत्री को सुनने के लिए 100 लोगों की बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इसकी तैयारी को लेकर गुरुवार को सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा अपने टीम के साथ एमजीएम मेडिकल कॉलेज पहुंचे और लगभग साढ़े तीन घंटे तक सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ मंथन किया। इस दौरान उन्होंने वैक्सीनेशन सेंटर को भी देखा और वहां पर बेहतर साफ-सफाई करने का निर्देश दिया। बैठक में एमजीएम प्रिसिपल डॉ. पीके बारला, सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा, एसीएमओ डॉ. साहिर पाल, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. बीएन उषा, डॉ. उमाशंकर प्रसाद, डॉ. प्याली गुप्ता सहित अन्य चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे।
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एमजीएम को उपलब्ध कराया गया आइस लाइन रेफ्रीजरेटर
एमजीएम मेडिकल कॉलेज को वैक्सीन रखने के लिए फिलहाल एक आइस लाइन रेफ्रीजरेटर उपलब्ध कराया गया है, जिसमें दो से आठ डिग्री के तापमान में वैक्सीन रखा जाएगा। वहीं, यह भी निर्णय लिया गया कि पहले दिन सिर्फ 200 लोगों को ही टीका दिया जाएगा। एमजीएम व टीएमएच में एक-एक सेशन होगा। एक सेशन में एक दिन में 100 लोगों को वैक्सीन दिया जाएगा। 16 जनवरी की सुबह सात बजे दोनों जगहों पर साकची जिला शित श्रृखंला भंडार से वैक्सीन पहुंचा दिया जाएगा।
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अफवाह फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
टीकाकरण को लेकर अगर किसी के द्वारा कोई भी अफवाह फैलायी गई तो वैसे लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वैसे लोगों पर नजर रखने के लिए भी टीम गठित की गई है। वहीं, सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा ने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर एमजीएम व टीएमएच अस्पताल को भी तैयार रखा गया है। अगर किसी की तबीयत खराब होती है तो वहां पर इलाज कराया जाएगा।
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एक ही कंपनी के पड़ेंगो दोनों डोज
टीकाकरण को लेकर कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। पूर्वी सिंहभूम जिले को 807 वायल उपलब्ध कराया गया है। एक वायल से दस लोगों को टीका पड़ेगा। सबसे खास बात यह है कि वायल खुलने के चार घंटे के अंदर उसका उपयोग कर लेना है। अन्यथा वैक्सीन खराब होने का डर बना रहेगा। लाभुकों को एक ही कंपनी के दोनों डोज पड़ेगा।
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