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पूर्वी सिंहभूम के गांवों में कोरोना टेस्ट में कर्मचारियों की कमी बाधा

सभी प्रखंडों में सीमित कर्मचारी है। हाल ही में 300 से अधिक कर्मचारियों को हटा दिया गया है। जिससे स्थिति और भी भयावह हो चुकी है। अधिकांश सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ताला लटक रहा है। गांव हमेशा पिछड़ जाता है। अब कोरोना जांच में भी काफी पीछे छूट गया है।

By Jitendra SinghEdited By: Published: Sun, 25 Apr 2021 01:57 PM (IST)Updated: Sun, 25 Apr 2021 01:57 PM (IST)
पूर्वी सिंहभूम के गांवों में कोरोना टेस्ट में कर्मचारियों की कमी बाधा
गांव हमेशा पिछड़ जाता है। अब कोरोना जांच में भी काफी पीछे छूट गया है।

जमशेदपुर : गांव हमेशा पिछड़ जाता है। अब कोरोना जांच में भी काफी पीछे छूट गया है। शहरी क्षेत्रों में जहां रोजाना साढ़े तीन हजार से अधिक लोगों का नमूना लिया जा रहा है तो वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में इसका आधा भी नहीं हो रहा है।

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किसी प्रखंड में 50 तो किसी में ज्यादा से ज्यादा 100 लोगों का नमूना लिया जा रहा है। जबकि हर प्रखंड में रोजाना 500 लोगों का नमूना लेने का लक्ष्य दिया गया है लेकिन वे भी क्या करें। मेन पावर है नहीं और जो हैं वे दिन-रात खट रहे हैं। उसके बावजूद लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है। सभी प्रखंडों में सीमित कर्मचारी है। हाल ही में 300 से अधिक कर्मचारियों को हटा दिया गया है। जिससे स्थिति और भी भयावह हो चुकी है। अधिकांश सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ताला लटक रहा है। कोई खोज खबर लेना वाला नहीं है। मरीज वापस लौट जाते हैं।-

किस प्रखंड में क्या रही स्थिति

  • पटमदा प्रखंड : वैक्सीन सेंटर के सामने शिविर लगाकर मरीजों का नमूना लिया जा रहा था। दोपहर दो बजे तक सिर्फ 14 लोगों का ही नमूना लिया गया था।
  • बोड़ाम प्रखंड : चिरूडीह मोड़ के सामने शिविर लगाकर लोगों का नमूना लिया जा रहा था। इस दौरान कुल 72 लोगों का नमूना लिया गया।
  • मुसाबनी प्रखंड : यहां रोजाना लगभग 50 से 60 लोगों का नमूना लिया जाता है। रिपोर्ट आने में 10 से 12 दिन का समय लगता है।
  • चाकुलिया प्रखंड : यहां भी प्रतिदिन लगभग 50 नमूना लिया जाता है। कभी-कभार अभियान चलाकर 200 लोगों का नमूना भी लिया जाता है। यहां सिर्फ एक ही टेक्नीशियन है।
  • घाटशिला प्रखंड : अनुमंडल अस्पताल के अंतर्गत लगभग रोजाना 80 से 100 सैंपल लिया जाता है। यहां भी टेक्नीशियन की भारी कमी है।
  • बहरागोड़ा प्रखंड : यहां रोजाना 150 से 200 सैंपल लिए जा रहे हैं। सिर्फ चार ही कर्मचारी है। हाल ही में कई कर्मचारियों को हटा दिया गया।
  • पोटका प्रखंड : 125 से 200 लोगों का नमूना लिया जा रहा है। यहां भी कर्मचारी की भारी कमी है।

जुगसलाई प्रखंड के अंतर्गत शहरी क्षेत्र

जिला स्वास्थ्य विभाग ने जुगसलाई प्रखंड में शहरी क्षेत्रों को शामिल किया है। शहरी क्षेत्रों में मरीजों की संख्या काफी अधिक है। शहरी क्षेत्रों में शामिल कदमा, सोनारी, मानगो, टेल्को, बिष्टुपुर क्षेत्र में सबसे अधिक मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में विभाग का फोकस भी शहरी क्षेत्र ही हैं। जुगसलाई प्रखंड के अंतर्गत अबतक कुल 23 हजार 57 संक्रमित मरीजों की पहचान हो चुकी हैं। वहीं, 470 लोगों की मौत हो चुकी हैं।

प्रखंडों में मरीजों की स्थिति

प्रखंड : पॉजिटिव केस : एक्टिव केस : मौत

बहरागोड़ा : 388 : 08 : 02

चाकुलिया : 503 : 29 : 02

धालभूमगढ़ : 379 : 09 : 04

डुमरिया : 351 : 19 : 00

घाटशिला : 786 : 129 : 04

जुगसलाई : 23057 : 5273 : 470

मुसाबनी : 842 : 56 : 03

पटमदा : 446 : 11 : 02

पोटका : 425 : 05 : 09

कर्मचारियों की संख्या कम होने से सैंपल लेने में परेशानी जरूर हो रही है लेकिन हमलोग लगे हुए हैं। लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है।

- डॉ. सोमेन दत्ता, चिकित्सा प्रभारी, पटमदा।

हमारे पास जितने संसाधन है उसके अनुसार जांच व टीकाकरण का कार्य नियमित रूप से चल रहा है। स्थानीय लोगों से सहयोग की अपेक्षा है।

- डॉ. रंजीत मुर्मू , चिकित्सा प्रभारी, चाकुलिया। 


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