Live Coronavirus Jamshedpur : कोरोना से कोल्हान में कोहराम, संक्रमितों की संख्या 21 हुई
Live Coronavirus Jamshedpur. कोरोना संक्रमण के मामले में पूर्वी सिंहभूम पहले सरायकेला-खरसावां दूसरे और पश्चिमी सिंहभूम तीसरे स्थान पर है।
जमशेदपुर, जासं। LIVE Coronavirus Jamshedpur News Update झारखंड के कोल्हान में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है। कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। संक्रमण के मामले में पूर्वी सिंहभूम पहले, सरायकेला-खरसावां दूसरे और पश्चिमी सिंहभूम तीसरे स्थान पर है।
पूर्वी सिंहभूम जिले के डुमरिया में गुरुवार को एक तथा सरायकेला -खरसावां जिले के चांडिल में दो नए कोरोना पोजिटिव मरीज पाए गए। कोल्हान प्रमंडल में अब मरीजों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। अकेले पूर्वी सिंहभूम जिले में यह संख्या बढ़कर 16 हो गई है। पूर्वी सिंहभूम के डुमरिया में मिले मरीज की उम्र 30 वर्ष है। वह मजदूर है। चेन्नई से 15 मई को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से रांची पहुंचा था। वहां से बस से जमशेदपुर आया था। लोयला स्कूल के प्रेक्षागृह में उसका नमूना लेकर कदमा कारंटाइन सेंटर भेजा गया था। पीड़ित की पहली रिपोर्ट निगेटिव आई थी। नमूना लिया गया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। इसके बाद पीड़ित को तत्काल टाटा मुख्य 48 घंटे के बाद दोबारा जांच दिया गया। मरीज के रूम में एक और युवक रहता था, जिसे आइसोलेट कर दिया गया है। उसका नमूना भी दोबारा लिया है। मरीज क्वारंटाइन सेंटर के दो मंजिला भवन रखा गया था। इसलिए वहां पर रखे गए 13 और संदिग्ध युवकों को दूसरी जगह शिफ्ट दिया गया है। इसके बाद दो मंजिला को सैनिटाइज किया गया।
पंजाब और हावड़ा से आया था चांडिल में मिला संक्रमित
उधर, सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल में मिले मरीजों में एक होम कवारंटाइन था। दूसरा सरकारी कारंटाइन सेंटर में रखा गया था। जिले के उपायुक्त ए डोड्डे ने बताया कि एक युवक 22 वर्ष का है। वह पंजाब के कपूरथला से 16 मई को आया था। ओरेंज जोन से होने के कारण उसे होम कारंटाइन किया गया था।दूसरा युवक 35 वर्ष का है। वह पश्चिम बंगाल के हावड़ा से 17 मई को आया था सरकारी वाहन से लाए जाने के कारण दोनों का स्वाद सैंपल लिया गया था। डीसी ने बताया कि दोनों की रिपोर्ट एमजीएम अस्पताल से पॉजिटिव आई है।
डुमरिया प्रखंड नहीं बनेगा कंटेनमेंट जोन
पूर्वी सिंहभूम जिले के डुमरिया प्रखंड में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद उस क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। लेकिन, राहत की बात यह है कि मरीज सीधे घर न जाकर कदमा क्वारंटाइन सेंटर चला गया था। इससे उसके संपर्क में कोई नहीं आया और डुमरिया प्रखंड कंटेनमेंट जोन बनने से बच गया। अन्यथा पूरे परिवार के साथ-साथ उस क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ जाती। मरीज 15 मई को चेन्नई से लौटा था।