रिपोर्ट आने से पूर्व ही स्वस्थ हो गए ओमिक्रोन के मरीज
जीनोम सीक्वेंसिग के लिए भुवनेश्वर भेजा गया था 347 सैंपल बष्टुपुर क्षेत्र में सबसे अधिक 13 ओमिक्रोन के मरीज मिले एमजीएम से भी भेजा गया है 100 सैंपल
जासं, जमशेदपुर : टीकाकरण के कारण कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन ज्याद प्रभावी नहीं दिखाई दे रहा है। तीसरी लहर में सबसे अधिक मरीज इसी वैरिएंट के चपेट में आए, जिनके नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए। लेकिन, रिपोर्ट आने से पूर्व ही सभी 27 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर चले गए। इसका खुलासा शनिवार को जिला सर्विलांस विभाग को आई रिपोर्ट में हुआ है। दरअसल, तीसरी लहर के दौरान विभिन्न तिथियों में टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) से कुल 347 मरीजों का सैंपल लेकर जीनोम सीक्वेंसिग के लिए भुवनेश्वर भेजा गया था। इसमें 122 मरीजों के सैंपल विभिन्न वैरिएंट के मिले हैं। सबसे अधिक ओमिक्रोन वैरिएंट के कुल 47 मरीज मिले हैं। वहीं, 38 डेल्टा व 37 अन्य वैरिएंट के मरीज शामिल हैं।
--------------
एमजीएम कालेज से भी भेजे गए नमूने :
जीनोम सीक्वेंसिग के लिए महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज से भी लगभग 100 मरीजों के नमूने भेजे गए हैं लेकिन, रिपोर्ट अबतक नहीं आई है। कालेज प्रबंधन के अनुसार, एक माह पूर्व ही सैंपल भेजे गए, लेकिन रिपोर्ट अबतक नहीं आई है। इसे लेकर लगातार संपर्क किया जा रहा है। भुवनेश्वर लैब पर लोड अधिक होने की वजह से रिपोर्ट आने में देर हो रही है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और भी अधिक स्पष्ट हो सकेगा।
---------------
तीसरी लहर में सबसे अधिक प्रभावित रहा बिष्टुपुर
कोरोना की तीसरी लहर में सबसे अधिक बिष्टुपुर क्षेत्र प्रभावित रहा। इस इलाके में ओमिक्रोन के सबसे अधिक 13 मरीज मिले हैं। वहीं, कदमा, सोनारी व बारीडीह क्षेत्र में भी ओमिक्रोन वारिएंट अधिक सक्रिय रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार, शहर में तेजी से कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण ओमिक्रोन ही हैं।
------------------
ओमिक्रोन के किस क्षेत्र से कितने मरीज मिले
क्षेत्र : मरीज
बिष्टुपुर : 13
साकची : 07
जुगसलाई : 03
कदमा : 08
गोलमुरी : 01
सोनारी : 06
एग्रिको : 02
सीतारामडेरा : 01
बारीडीह : 04
सिदगोड़ा : 01
मानगो : 01
------------------------
कुल : 47
-------------------------
अभी तक ओमिक्रोन के 47 मामले सामने आए हैं। शुरुआती दौर में वायरस तेजी से फैला। हालांकि, अब मरीजों की संख्या में कमी आई है। कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को सख्ती से पालन करने की जरूरत है।
- डा. साहिर पाल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी।
-------------