Live Coronavirus Jamshedpur : कोल्हान में कोरोना का कहर जारी, संक्रमितों की संख्या हुई 182
LIVE Coronavirus Jamshedpur News Update. झारखंड के कोल्हान में कोरोना का कहर जारी है। प्रमंडल में अबतक 182 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं।
जमशेदपुर, जेएनएन। LIVE Coronavirus Jamshedpur News Update झारखंड के कोल्हान में कोरोना का कहर जारी है। प्रमंडल में अबतक 182 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। हालांकि, यह सकून की बात भी है अच्छी-खासी संख्या में संक्रमित स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
पूर्वी सिंहभूम में अबतक 147, पश्चिमी सिंहभूम में 16 और सरायकेला-खरसावां जिले में 19 कोरोना पॉजिटिव मिल हैं। गुरुवार को जहां पूर्वी सिंहभूम जिले में 21 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए तो 13 नए संक्रमित भी मिले। सरायकेला-खरसावां जिले में भी एक कोरोना मरीज मिला। पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर एक सप्ताह पूर्व मुंबई से 13 लोगों का समूह पहुंचा था। इसके बाद सभी मजदूरों का बिष्टुपुर स्थित लोयोला स्कूल में नमूना लिया गया था। इस दौरान 11 मजदूरों को सिदगोड़ा स्थित प्रोफेशनल कॉलेज के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। वहीं, एक मुसाबनी स्थित सरकारी क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया था। जबकि एक मरीज मानगो के सरकारी क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। गुरुवार को आई रिपोर्ट से सभी में कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई है। ये सभी प्रवासी हैं। सभी मजदूरी करने के लिए मुंबई गए थे।
10 पॉजिटिव डुमरिया के
कोरोना पॉजिटिव मरीजों में दस डुमरिया प्रखंड व तीन मानगो क्षेत्र के रहने वाले हैं। रिपोर्ट आने के बाद सभी को टाटा मुख्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही कोल्हान में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 184 हो गई है।
पूर्वी सिंहभूम में अबतक लिया गया है 11887 नमूना
पूर्वी सिंहभूम जिले के 148, पश्चिमी सिंहभूम जिले के 16 व सरायकेला के 20 शामिल हैं। इधर, पूर्वी सिंहभूम जिले में कुल 153 लोगों का नमूना लिया गया है। जिले में अबतक 11887 मरीजों का नमूना लिया जा चुका है। इसमें 10921 की रिपोर्ट आ चुकी है। बाकी की जांच चल रही है।
डॉक्टर-नर्स नहीं जाएंगे घर
जमशेदपुर के महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोविड मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर व नर्स रोटेशन ड्यूटी के बाद होटल सुमन (मानगो) में क्वारंटाइन किए जाएंगे। ड्यूटी के बाद वे सीधे घर नहीं जा सकेंगे। इस बाबत निर्णय तब लिया गया, जब यहां तैनान आउटसोर्स नर्सों ने अधीक्षक डॉ. संजय कुमार का घेराव कर दिया। नर्सों का कहना था कि वह दिन रात कोविड मरीजों के बीच रह रही हैं। ऐसे में उनको खतरा अधिक है। ऐसी परिस्थिति में उन्हें बचाने का प्रयास किया जाना चाहिए। नर्सों ने कहा कि वह संक्रिमत मरीजों के बीच ड्यूटी कर रोजाना घर नहीं जा सकती हैं। अधीक्षक ने मामले में डीसी से बात की। इसके बाद निर्णय लिया गया कि कोविड ड्यूटी में तैनात सभी डॉक्टर, नर्स, टेक्नीनिशयन व सफाई कर्मियों को होटल सुमन में रखा जाएगा। सात दिन का रोटेशन होगा। इस निर्णय के बाद नर्से अपने-अपने काम पर लौटी।
बाघगोरी गांव बना कंटेनमेंट जोन
पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा आई रिपोर्ट में प्रखंड के कुल 5 लोग संक्रमित पाए गए। इनमें से चार बिरदो पंचायत तथा एक सिमदी पंचायत का निवासी शामिल है। बिरदो पंचायत अंतर्गत तिलाबनी गांव निवासी चारों मजदूर क्वॉरेंटाइन सेंटर में थे, जबकि सिमदी पंचायत के बाघगोरी गांव का युवक मुसाबनी के स्वासपुर क्वॉरेंटाइन सेंटर से 14 दिन की अवधि पूरा कर घर लौट आया था। जिसके चलते गांव के सीट टोला को को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया। इसके बाद पूरे गांव को सैनिटाइज किया गया। देर रात जैसे ही एमजीएम अस्पताल से रिपोर्ट जारी हुई स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारी सक्रिय हो गए। रात में बीडीओ लेखराज नाग एवं थाना प्रभारी अनिल नायक प्रभावित गांव के लिए रवाना हो गए। सबसे पहले तिलाबनी पहुंचकर उन्होंने चारों संक्रमित युवकों को जमशेदपुर के टीएमएच स्थित कोविड-19 वार्ड भेजा। इसके बाद उक्त क्वॉरेंटाइन सेंटर में उनके साथ रहने वाले लोगों को दूसरे सेंटर में स्थानांतरित किया गया। ये सभी लोग महाराष्ट्र के थाणे से ढाई लाख रुपए भाड़ा देकर ट्रक से चाकुलिया पहुंचे थे। इनमें से 12 युवक पहले ही पॉजिटिव निकल चुके हैं।
सीटीसी की लापरवाही की सजा भुगतेंगे ग्रामीण
मुसाबनी प्रखंड के स्वासपुर स्थिति सीटीसी की लापरवाही का खामियाजा प्रखंड के सिमदी पंचायत के बाघगोरी गांव के लोगों को भुगतना पड़ेगा। दरअसल जिस युवक के कोरोना पोजिटिव निकलने के कारण गांव में कंटेनमेंट जोन बनाया गया है, उसे स्वासपुर सीटीसी मैं क्वॉरेंटाइन किया गया था। वहां उसका स्वाब सैंपल भी लिया गया था। लेकिन रिपोर्ट आने के पहले ही बीते 30 मई को उसे छोड़ दिया गया। युवक अपने गांव बाघगोरी आकर रहने लगा। इसी बीच 3 जून की रात उसकी रिपोर्ट आई जिसमें उसे संक्रमित पाया गया। बताया जाता है कि मुसाबनी में ऐसा पहले भी हो चुका है।