परसुडीह मंडी में गड़बड़झाला, बाउंड्री के भीतर हो रहा बाउंड्री का निर्माण Jamshedpur News
परसुडीह मंडी के प्रशासनिक भवन से लेकर गोदाम व दुकान बुरी तरह से जर्जर हो चले हैं। कई बार तो दुकान का छज्जा टूटकर गिरने से कुछ कर्मचारी घायल तक हुए हैं।
जमशेदपुर (जासं)। परसुडीह मंडी के प्रशासनिक भवन से लेकर गोदाम व दुकान बुरी तरह से जर्जर हो चले हैं। कई बार तो दुकान का छज्जा टूटकर गिरने से कुछ कर्मचारी घायल तक हुए हैं। गोदामों की छत से पानी टपकने से अनाज बर्बाद हो रहा है। बावजूद इसके भवन व दुकानों की मरम्मत करने की जगह बाजार समिति प्रबंधन दूसरे गैर जरूरी कार्यों में फंड खत्म करने में लगे हुए हैं। मंडी की बाउंड्री के भीतर बाउंड्री के निर्माण से कारोबारी हैरान हैं। कारोबारियों का कहना हैं कि प्रशासनिक भवन व गोदाम जर्जर हैं, उसे मरम्मत करने के बजाय 22 लाख रुपये खर्च कर भवन के चारों ओर बाउंड्री कर फिजूल में खर्च किया जा रहा है।
पानी का जुगाड़ नहीं, बना डाला आधा दर्जन मूत्रालय
मंडी में पेयजल की घोर समस्या है। कारोबारियों को ठीक से पानी नसीब नहींं हो पाता है। ऐसे में आधा दर्जन से भी ज्यादा मूत्रालय का निर्माण कर दिया गया है। बगैर पानी के इन मूत्रालयों का क्या उपयोग है, यह समझ से परे है। आधी-अधूरी सड़क का निर्माण तो हुआ मगर कमीशन के खेल में 46 लाख रुपये सड़क 46 दिन में ही टूटने लगी।
दस वर्षों से जमें हैं सचिव
कारोबारी पवन नरेडी का कहना है कि बाजार समिति के सचिव संजय कच्छप पिछले दस वर्षों से परसुडीह मंडी में ही जमे हुए हैं। पहले वे यहां सुपरवाइजर के पद पर तैनात थे। अब पिछले चार वर्षों से सचिव के पद पर विराजमान हैं। कमीशन के चक्कर में उल-जलूल निर्माण कार्य चल रहा है। इसकी शिकायत कारोबारियों ने कृषि मंत्री तक से की है, मगर पैसे व पैरवी के जोर पर सचिव अपनी कुर्सी बचाये हुए हैं। उन्होंने कहा कि मंडी में गंदगी का अंबार है। दुकान व गोदाम की मरम्मत नहींं होने से कारोबारियों में सचिव के प्रति भारी रोष व्याप्त है।