Chaibasa Politics: कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा पर बोली कांग्रेस- अन्नदाताओं के संघर्ष आगे नतमस्तक हुई मोदी सरकार
Chaibasa Politics केंद्र सरकार के त्रुटिपूर्ण निर्णय के खिलाफ अन्नदाताओं के साहसपूर्ण संघर्ष के फलस्वरूप मोदी सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेना पडा। पश्चिमी सिंहभूम जिला कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अंबर राय चौधरी एवं रंजन बोयपाई ने शनिवार को मीडिया से ये बातें कहीं।
चाईबासा, जागरण संवाददाता। केंद्र सरकार के त्रुटिपूर्ण निर्णय के खिलाफ अन्नदाताओं के साहसपूर्ण एवं निरंतर संघर्ष के फलस्वरूप केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेना पडा। कांग्रेस भवन में पश्चिमी सिंहभूम जिला कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अंबर राय चौधरी एवं रंजन बोयपाई ने शनिवार को मीडिया से ये बातें कहीं। जिलाध्यक्ष अंबर राय चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में संयुक्त विपक्ष के द्वारा तीनों कृषि कानून रद्द करने के लिए पूरे देश भर में सड़क पर उतर कर आंदोलन किया गया।
अन्नदाताओं के द्वारा चलाए गए आंदोलन को राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के द्वारा जन आंदोलन बनाने का काम किया गया। कार्यकारी अध्यक्ष रंजन बोयपाई ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आजादी के पहले से ही किसानों के लिए आंदोलन कर उनका अधिकार दिलाने का काम किया है। आजादी के पहले चंपारण में नील खेती के किसान का मामला हो या फिर 1928 बरदोली में ब्रिटिश सरकार के द्वारा किसानों के ऊपर अनावश्यक 22 प्रतिशत टैक्स बढ़ाने का मामला, कांग्रेस पार्टी ने हमेशा किसान हित में कार्य किया है। जिला प्रवक्ता जितेंद्र नाथ ओझा ने कहा कि किसान आंदोलन में जिन किसानों ने अपनी आहुति दी है यह जीत उनको समर्पित है। केंद्र सरकार मृतक किसानों को मुआवजा दे और आंदोलन में किसानों के ऊपर लगाए गए मुकदमेक वापस ले। प्रेस वार्ता में प्रवक्ता जितेन्द्र नाथ ओझा, सांसद प्रतिनिधि त्रिशानु राय, राकेश सिंह, युवा कांग्रेस नगर अध्यक्ष मो.सलीम, महिप कुदादा उपस्थित थे ।