कॉमन ग्रेड, नया बोनस फार्मूला, बहाली पहली चुनौती
टाटा वर्कर्स यूनियन में चुनाव के बाद नई कार्यकारिणी भारी बहुमत के साथ जीत कर आ चुकी है। लेकिन नई कार्यकारिणी की राह आसान नहीं है। नई कार्यकारिणी के लिए ये काम कांटों भरा ताज साबित होने वाला है।
जासं, जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन में चुनाव के बाद नई कार्यकारिणी भारी बहुमत के साथ जीत कर आ चुकी है। लेकिन नई कार्यकारिणी की राह आसान नहीं है। नई कार्यकारिणी के लिए ये काम कांटों भरा ताज साबित होने वाला है। नई कार्यकारिणी के सामने पहली चुनौती है अलग-अलग कमेटियों का समय पर गठन। यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी 171 वोट के प्रचंड बहुमत से जीतकर आए हैं। ऐसे में नई कमेटी में सभी कमेटी मेंबरों को खुश करना बड़ी चुनौती है। इसके अलावे संजीव-सतीश ने शैलेश सिंह से गठबंधन कर भारी बहुमत से चुनाव जीता है। ऐसे में दोनो टीम के कमेटी मेंबर को खुश रखना होगा। उम्मीद की जा रही है कि 11 फरवरी को नव निर्वाचित कमेटी मेंबरों को यूनियन चुनाव में जीत का निर्वाचन प्रमाण पत्र मिलेगा। इसके बाद विभिन्न कमेटी और जेडीसी कमेटी के विस्तार पर काम शुरू हो जाएगा। यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी पदाधिकारियों के साथ हुई पहली बैठक में कह चुके हैं कि सभी काम संविधान के अनुसार समयबद्ध तरीके से करना है। ऐसे में समयबद्ध तरीके से सभी लंबित समझौता को पूरा कराना बड़ी चुनौती है।
भविष्य में इन विषयों पर करना होगा काम
-टाटा स्टील में पहली जनवरी 2020 से एलटीसी लंबित हो चुका है। इसे समय पर पूरा करना।
-कर्मचारियों का वाहन भत्ता जल्द ही लंबित होने वाला है, इसे समयबद्ध तरीके से पूरा करना।
-टाटा स्टील में बोनस के लिए नया फार्मूला बनना है। कर्मचारियों को कैसे 20 प्रतिशत बोनस मिले, इसके लिए पहल करना।
-कंपनी में कॉमन ग्रेड स्ट्रक्चर पर पहल करते हुए कर्मचारियों को किसी भी तरह के आर्थिक नुकसान से बचाना।
-कंपनी में 500 कर्मचारी पुत्रों की बहाली जल्द से जल्द कराना।