सिटी बस सेवा फ्लाप, ग्रामीण सेवा पर मशक्कत
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : सरकार की जवाहर लाल नेहरू पुनरुत्थान मिशन (जेएनएनयूआरएम) के तहत
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : सरकार की जवाहर लाल नेहरू पुनरुत्थान मिशन (जेएनएनयूआरएम) के तहत शहर में सिटी बसें दौड़ाने की योजना फ्लाप साबित हुई है। इसके बाद भी जिला परिवहन विभाग ग्रामीण बस सेवा पर मशक्कत कर रहा है। लोगों का कहना है कि पहले सरकार सिटी बसों को ही शहर में पूरी तरह चालू करा कर आम जनता को सस्ता परिवहन उपलब्ध कराए।
2003 में खरीदी गई इन बसों में से अभी 30 बसें ही दौड़ रही हैं। बाकी 20 बसें सिदगोड़ा के बस अड्डे पर खड़ी हुई खराब हो रही हैं। एक तरफ, सरकार इन बसों को नहीं चला पा रही है तो दूसरी ओर उसकी नई योजना ग्रामीण बस सेवा आ गई है। सिटी बस सेवा की बदहाली देख चुके लोग ग्रामीण बस सेवा की कामयाबी पर सवाल उठा रहे हैं। जेएनएनयूआरएम के तहत 50 बसें शहर में लोगों को सस्ता परिवहन मुहैया कराने के लिए खरीदी गई थीं। बसों को चलाने की जिम्मेदारी राज्य पर्यटन निगम की थी। लेकिन, 2016 तक इन बसों में से 10 बसें ही सड़क पर दौड़ पा रही थीं। बाकी, 40 बसें खड़े-खड़े खराब हो रही थीं। जब निगम ये बसें चलाने में नाकामयाब हुआ और उसे जबर्दस्त घाटा हुआ तो 2015 में बसों को चलाने की जिम्मेदारी अक्षेस को मिली। अक्षेस ने टेंडर कर 30 बसें दो ठेकेदारों राघवेंद्र प्रताप सिंह और भोलानाथ सिंह को दी हैं। बाकी 19 बसों का अब भी इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।
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20 बसों का फेल हो गया फिटनेस
सभी बसों की मरम्मत करने का टेंडर विशाल सेल्स एंड सर्विस को 60 लाख रुपये में मिला था। कंपनी ने 35 बसों की मरम्मत कर 22 लाख रुपये हासिल कर लिए। अभी कुछ दिन पहले ही बाकी 20 बसों की मरम्मत कर कंपनी ने रकम की मांग की लेकिन, मोटर यान निरीक्षक ने इसे सभी बसों को अनफिट करार दे दिया है। अब इन बसों की फिर मरम्मत होगी।