Cinnamon Benefits: मसाले ही नहीं, जटिल बीमारियों के लिए रामबाण इलाज है दालचीनी
Cinnamon Benefits दालचीनी के प्रयोग से सिर दर्द गायब हो जात है। यदि आप सिर दर्द से परेशान हैं तो दालचीनी के कुछ पत्ते को पीसकर लेप बना लें। इस लेप को मस्तक पर लगाने से ठंड या गर्मी से होने वाली सिर दर्द से आराम मिलता है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : दालचीनी नाम से ही लगता है कि हर घर के रसोई में रखे मसाले के डब्बे में मिलने वाली एक लकड़ी है। दालचीनी के बारे में बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि इसका यदि सही से उपयोग किया जाए तो कई बीमारियों को दूर करने की क्षमता रखती है। महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल की डायटीशियन अनु सिन्हा कहती है कि आयुर्वेद में दालचीनी को फायदेमंद औषधि के रूप में बताया है।
जानिए दालचीनी क्या है
दालचीनी एक मसाला है। दालचीनी की छाल तेजपत्ता के पेड़ की छाल से अधिक पतली, पीली और अधिक सुगंधित होती है। यह भूरे रंगे की मुलायम और चिकनी होती है। फलों को तोड़ने पर भीतर से तारपीन जैसी गंध आती है। इसके फूल छोटे, हरे या सफेद रंग के होते हैं। अगर आप दालचीनी की पत्तियों को मलेंगे तो इससे तीखी गंध आती है। दालचीनी का प्रयोग से कई तरह की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।
दालचीनी के फायदे
डायटीशियन अनु सिन्हा कहती हैं कि दालचीनी के सेवन से पाचन तंत्र, दांत व सिर दर्द, चर्म रोग, मासिक धर्म की परेशानियों को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा दालचीनी के उपयोग से दस्त और टीबी जैसे बीमारियों में भी लाभ होता है। अनु सिन्हा कहती हैं कि जानिए दालचीनी के प्रयोग से कितने प्रकार के फायदे होते हैं।
हिचकी - यदि आपको हिचकी आ रही हो और उससे बहुत अधिक परेशानी हो रही है तो आपको दालचीनी का प्रयोग करना चाहिए। दालचीनी के 10-20 मिली काढ़ा बनाकर सेवन करें। इससे तत्काल आराम मिलता है।
भूख बढ़ाने में - भूख बढ़ाने में दालचीनी का सेवन करना चाहिए। इसके लिए 500 मिली ग्राम शुंठी चूर्ण, 500 मिलीग्राम इलायची और 500 मिली ग्राम दालचीनी को पीस लें। भोजन से पहले सुबह और शाम लेने से भूख बढ़ती है।
उल्टी रोकने में - यदि बार-बार उल्टी हो रही हो और आप काफी ज्यादा परेशान हैं तो दालचीनी का उपयोग करने से उल्टी रूक जाती है। दालचीनी और लौंग का काढ़ा बना लें। 10 से 20 मिली की मात्रा में पिलाने से उल्टी रूक जाती है।
आंख रोग में - आंख के रोग, आंख फड़कने में दालचीनी का प्रयोग करने से यह बीमारी दूर हो जाती है। दालचीनी का तेल आंखों के उपरी पलक पर लगाने से आंखों का फड़कना बंद हो जाता है। इससे आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।
दांत के दर्द में - यदि आपके दांतों में दर्द है तो इससे राहत पाने के लिए दालचीनी का प्रयोग कर सकते हैं।
दांद के दर्द रहने पर दालचीनी का तेल को रूई से दांतों में लगाएं, इससे आराम मिलेगा। इसके अलावा दालचीनी के पत्ते को पीसकर मंजन करें। इससे दांत साफ और चमकने लगते हैं।
सिर दर्द में - दालचीनी के प्रयोग से सिर दर्द गायब हो जात है। यदि आप सिर दर्द से परेशान हैं तो दालचीनी के कुछ पत्ते को पीसकर लेप बना लें। इस लेप को मस्तक पर लगाने से ठंड या गर्मी से होने वाली सिर दर्द से आराम मिलता है। दालचीनी के तेल से सिर पर मालिश करने से सर्दी की वजह से होने वाली सिरदर्द से आराम मिलता है।
महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल की डायटीशियन अनु सिन्हा