कई सुविधाओं से लैस होगा चाकुलिया स्टेशन
प्रथम श्रेणी एवं द्वितीय श्रेणी के प्रतीक्षालय शौचालय पैनल रूम स्टेशन प्रबंधक कक्ष कंप्यूटरीकृत टिकट काउंटर विश्राम गृह समेत तमाम सुविधाएं मौजूद रहेंगी। उम्मीद की जा रही है कि अगले 2 महीने में यह भवन बनकर तैयार हो जाएगा।
पंकज मिश्रा, चाकुलिया(जमशेदपुर) : खड़गपुर-टाटानगर रेलखंड पर स्थित चाकुलिया स्टेशन जल्द ही बिल्कुल नए अंदाज में नजर आएगा। रेल प्रशासन द्वारा पूरे स्टेशन परिसर का कायाकल्प किया जा रहा है। रेलवे लाइन से उत्तर हनुमान मंदिर के पास नए स्टेशन भवन का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। नया दो मंजिला भवन कई सुविधाओं से लैस होगा। इसमें प्रथम श्रेणी एवं द्वितीय श्रेणी के प्रतीक्षालय, शौचालय, पैनल रूम, स्टेशन प्रबंधक कक्ष, कंप्यूटरीकृत टिकट काउंटर, विश्राम गृह समेत तमाम सुविधाएं मौजूद रहेंगी। उम्मीद की जा रही है कि अगले 2 महीने में यह भवन बनकर तैयार हो जाएगा। इसके अलावा यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन परिसर स्थित पुराने फुटओवर ब्रिज का दक्षिण तरफ विस्तार किया जा रहा है। इसका काम करीब-करीब पूर्ण होने जा रहा है। वहीं टाटानगर की तर्ज पर नया फुट ओवर ब्रिज भी बनाया जा रहा है। यह करीब 6 मीटर चौड़ा होगा। इसका एक छोर रेलवे लाइन के दक्षिण नया बाजार क्षेत्र स्थित पीपल के पेड़ के समीप तो दूसरा छोर रेलवे लाइन से उत्तर पार्क के समीप उतरेगा। इसके बन जाने से लोगों को स्टेशन पहुंचने में सहूलियत होगी। ओवर ब्रिज की जगह अंडर ब्रिज का प्रस्ताव
करीब 2 दशकों से चाकुलिया रेलवे फाटक पर रोड ओवर ब्रिज बनाने की माग चल रही है। इसके लिए चार वर्ष पहले रेलवे ने नक्शा भी तैयार किया था, लेकिन मुख्य सड़क पर काफी तोड़फोड़ के मद्देनजर स्थानीय लोगों ने इसका विरोध कर दिया। इसके बाद से ही ओवर ब्रिज का मसला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ था। लेकिन अब रेलवे ने ओवर ब्रिज की जगह अंडर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव लिया है। रेल सूत्रों के मुताबिक प्रस्तावित अंडर ब्रिज जनशक्ति बुक स्टोर के समीप से शुरू होकर पश्चिम की तरफ लाल गोदाम से आगे तक जाएगा। फिर रेलवे लाइन के नीचे से निकलकर पूरब की तरफ घूम जाएगा। अंडर ब्रिज की गहराई तकरीबन 5 मीटर होगी। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले दो-तीन महीनों में अंडर ब्रिज का काम शुरू हो जाएगा। जिस प्रकार रेलवे युद्ध स्तर पर थर्ड लाइन का निर्माण कार्य करवा रहा है, उससे यह तय है कि तीसरी लाइन शुरू होने के बाद ट्रेनों का आवागमन और बढ़ जाएगा। ऐसे में रेल फाटक लोगों की परेशानी और बढ़ाएगा। इसी बात को समझते हुए रेल प्रशासन ने अंडर ब्रिज का प्रस्ताव लाया है।