Chaibasa Water Crisis: गांव की शोभा बढ़ा रहे गांव के जलमीनार, दूषित पानी पीने को मजबूर हुए ग्रामीण, प्रतिनिधि लापरवाह
Chaibasa Water Crisis कुमारडुंगी प्रखंड क्षेत्र की ही बात करते हैं तो यहां तीन प्रकार के जलमीनार लगाया गया है। इसमें पंचायत विकास मद से दो प्रकार का जलमीनार लगाया गया है। वहीं डीएमएफटी फंड से छह लाख की लागत से जलमीनार लगाया गया है।
चाईबासा (कुमारडुंगी), (मनीष दास)। इस प्रचंड गर्मी में पीने के पानी के लिए हर जगह हाय-तौबा मची हुई है। ऐसा नहीं है कि पंचायत के विकास मद में पेयजल की समस्या को लेकर कोई काम किया ना गया है। सभी पंचायतों में 14वें वित आयोग की सरकारी राशि से लाखों की लागत में पेयजल के लिए सोलर जलमीनार लगाया गया है, पर जलमीनार कम गुणवत्ता का होने के कारण एक वर्ष भी सही तरह से चल नहीं पाई। वर्तमान जलमीनार का काम गांव की शोभा बढ़ाने के अलावा कुछ नहीं है। लोग चुआं व सिंचाई कुआं का दूषित पानी पर आश्रित हो गये हैं।
दूषित पानी पीने को मजबूर ग्रामीण
हम कुमारडुंगी प्रखंड क्षेत्र की ही बात करते हैं, तो यहां तीन प्रकार के जलमीनार लगाया गया है। इसमें पंचायत विकास मद से दो प्रकार का जलमीनार लगाया गया है। वहीं डीएमएफटी फंड से छह लाख की लागत से जलमीनार लगाया गया है। बाईहातु पंचायत की ही बात करें, तो यहां ढाई लाख रुपया की लागत से लगाई गई एक भी जलमीनार वर्तमान में ठीक नहीं है। वैसे यहां 14वें वित आयोग से 18 जलमीनार लगाया गया है। सभी पूरी तरह से खराब हो गयी हैं। कुछ में तो जंग लगना शुरू हो गया है। इसके चलते ग्रामीण कुएं का प्रदूषित पानी को अमृत मानकर पीने को विवश हैं।
कई बार शिकायत के बाद भी नहीं सुधरे हालात
ग्राम पंचायत बाईहातु के लखीमपोसी गांव में दो जलमीनार खराब पड़ी हैं। यह जलमीनार लगने के एक वर्ष बाद से ही खराब है। वहीं, बाईहातु गांव के पंचायत भवन के सामने ही एक जलमीनार एक वर्ष से खराब पड़ा है। कई बार शिकायत के बाद भी जलमीनार नहीं बना है। टोला पंचाभोया में जलमीनार एक वर्ष से ही खराब पड़ा है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कई बार पंचायत जनप्रतिनिधि को मौखिक शिकायत कर जलमीनार को सही कराने की मांग की जा चुकी है। मगर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उनकी लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना रवैये के चलते गांव के सैकड़ों परिवार के लोग कुएं का प्रदूषित पानी पी रहे हैं। इसी तरह से उसी पंचायत के कुदाहातु गांव में भी जलमीनार खराब पड़ा हुआ है। जोजोहातु में एक जलमीनार खराब पड़ा है। ऐसे ही पंचायत के कई और गांव में भी जलमीनार खराब पड़े हैं! पंचायत प्रतिनिधि ने जलमीनार लगाने के बाद दोबारा उधर नजर तक नहीं उठाई। एक बार भी इसकी मरम्मत नहीं की गई है।
हमारे गांव का जलमीनार चोरी हो गया है। एक जलमीनार खराब पड़ा है। इसको लेकर वर्षो से मुखिया का बोलते आ रहे हैं। पर कभी उसने इसपर ध्यान नहीं दिया।
महेश पान, अंगारडीह
मुखिया हमारे गांव का ही है। फिर भी अबतक जलमीनार नहीं बनवाया। कई बार शिकायत के बाद भी नहीं बनी है।
अमर पान, बाईहातु
हमारे गांव में दो जलमीनार हैं। दोनों ही खराब पड़ी हैं। दोनों अब बस गांव को सजावट का काम आ रहा है। पानी के लिए परेशान है। इसके बारे में पंचायत मुखिया को बताये पर कुछ नहीं हुआ।
टुरकी कुई,जोजोहातु
गांव का मुखिया है बोलकर जलमीनार खराब होने का बात बतायी पर उसने मशीन खोलकर ले गया। अब सात माह बीत गई मशीन भी नहीं मिला। जलमीनार भी नही बनी है।
चुलिया बागे बाईहातु