सीजीपीसी जमशेदपुर के प्रधान की यह पहली नहीं है जेल यात्रा, पढि़ए मुखे की पूरी कुंडली
Jamshedpur Crime. सीजीपीसी जमशेदपुर के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे की यह पहली जेल यात्रा नहीं है। मुखे का दामन दागदार रहा है। पढि़ए मुखे की पूरी कुंडली।
जमशेदपुर, जासं। Jamshedpur Crime गैंगस्टर अखिलेश सिंह और उसके गुर्गे के विरोध के कारण गुरमुख सिह मुखे को पुलिस साथ मिलता रहा है। कई पुलिस अधिकारियों से उसके अच्छे संबंध भी रहे हैं। जिसके कारण उसका कद और हैसियत भी बढ़ती गई। उसे अंगरक्षक भी उपलब्ध कराए गए थे। अखिलेश सिंह, अमलेश सिंह से गुरमुख सिंह मुखे का छत्तीस का आंकड़ा रहा है। गैंगस्टर के किसी भी मामले में मुखे की विशेष दिलचस्पी के कारण वह पुलिस का नजदीकी बनता चला गया। उसकी मदद कभी पुलिस करती तो कभी वह पुलिस की मदद करता रहा।
केश कत्ल मामले के आरोप के बाद चर्चा में आए थे मुखे
घटना 2007 की है। उलीडीह थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी एनएन पांडेय थे। गुरमुख सिंह मुखे और उसके सहयोगी को पुलिस ने ट्रेलर जब्त करने के मामले में गिरफ्तार किया था। उस दौरान मुखे ने थाना प्रभारी पर केश कत्ल करने का आरोप लगाया था। मामला काफी चर्चित हुआ था। प्रभारी को निलंबित कर दिया गया था।
जब पुलिस से की गई थी धक्का-मुक्की
साकची थाना क्षेत्र कालीमाटी रोड पलंग मार्केट के पास अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाए जाने के दौरान भीड़ में शामिल गुरमुख सिंह मुखे समेत अन्य ने सिटी डीएसपी के साथ धक्का-मुक्की की थी। डीएसपी का मोबाइल गिर गया था।
आमद वार्ड में मुखे और अंबे
गुरमुख सिंह मुखे और अंबे को घाघीडीह सेंट्रल जेल के आमद वार्ड में रखा गया है।
राजनीतिक दल से भी जुड़ाव रहा मुखे का
गुरमुख सिंह मुखे का जुड़ाव राजनीतिक दल से भी रहा है। झारखंड विकास मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष भी रहे हैं। बाद में पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
सतवीर सिंह सोमू के साथ मारपीट के कारण गुरमुख सिंह मुखे से अंगरक्षक लिया गया था वापस
सेंट्रल सिख नौजवान सभा के प्रधान सतवीर सिंह सोमू के साथ गुरमुख सिह मुखे ने सुंदरनगर में मारपीट की थी। मुखे के खिलाफ सुंदरनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मारपीट के बाद एसएसपी अनूप बिरथरे ने गुरमुख सिंह मुखे को दिए गए सरकारी अंगरक्षक को वापस ले लिया था।
अंबे पर दर्ज हैं कई मुकदमे
सिदगोड़ा निवासी अमरजीत सिंह अंबे पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं। इनके खिलाफ सिदगोड़ा और गोलमुरी थाने में मुकदमे दर्ज हैं। इनमें आर्म्स एक्ट का मुकदमा शामिल हैं।
साक्ष्य के अभाव में हो गया था बरी
गुरुचरण सिंह पर फायरिंग मामले में जेल भेजे गए मानगो निवासी सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे इससे पहले बर्मामाइंस इस्ट प्लांट बस्ती निवासी कुल¨वदर सिंह दुर्गा के अपहरण व हत्या के मामले में जेल जा चुके हैं। हालांकि बाद में वह साक्ष्य के अभाव में बरी हो गए। कुल¨वदर सिंह की हत्या 2003 में टेल्को में निर्ममतापूर्वक कर दी गई थी। कुल¨वदर के भाई लाटू की भी हत्या गोलमुरी गाढ़ाबासा गैराज में कर दी गई थी।
मुखे के खिलाफ दर्ज हैं कई मामले
गुरमुख सिंह मुखे के खिलाफ बिष्टुपुर, टेल्को, कदमा, उलीडीह थाना में मामले दर्ज है। टेल्को थाना में उसके और सहयोगियों के खिलाफ थाना प्रभारी की चैंबर में घुसकर में हंगामा और गाली-गलौज, कदमा में कुल¨वदर सिंह के साथ मारपीट और गाली-गलौज किए जाने की प्राथमिकी दर्ज है। बिष्टुपुर थाना में रामदास भठ्ठा निवासी मनमीत सिंह ने गुरमुख सिंह मुखे समेत अन्य के खिलाफ मारपीट और धमकी देने का मुकदमा 30 अक्टूबर 2019 को मुकदमा दर्ज कराया था।
मारपीट का बदला लेने के लिए फायरिंग
सीतारमडेरा थाना के करीब सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बिल्ला पर फायरिंग टिनप्लेट गुरुद्वारा के विवाद में अंबे से हुई मारपीट का बदला लेने के लिए कराई गई थी। बिल्ला कई साल पहले टिनप्लेट गुरुद्वारा के प्रधान थे। उनके प्रधान पद से हटने के बाद हिसाब-किताब को लेकर विवाद चल रहा था। तीन साल पहले बैशाखी के दिन दोनों पक्षों में बवाल हो गया था और दोनों तरफ से तलवारें निकल आई थीं। इसके बाद दोनों तरफ से सिदगोड़ा थाने में केस दर्ज कराया गया था। इस घटना के छह महीने के बाद अमरजीत सिंह अंबे और गुरचरण सिंह बिल्ला के बीच फिर मारपीट हुई थी। इस मारपीट में अंबे कमजोर पड़ गया था। अंबे इसी का बदला लेने की फिराक में था।