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कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल की हालत देख बिफरी केंद्रीय टीम, दिए ये निर्देश

एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल की शिशु इमरजेंसी निक्कू और पिक्कू (पीडियोट्रिक क्रिटिकल इंटेंसिव केयर यूनिट) में गंदगी देख दिल्ली की टीम ने नाराजगी जताई।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 02 Apr 2019 04:26 PM (IST)Updated: Tue, 02 Apr 2019 04:26 PM (IST)
कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल की हालत देख बिफरी केंद्रीय टीम, दिए ये निर्देश
कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल की हालत देख बिफरी केंद्रीय टीम, दिए ये निर्देश

जमशेदपुर, जेएनएन। कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल की शिशु इमरजेंसी, निक्कू  (नियो नटाल क्रिटिकल इंटेंसिव केयर यूनिट) और पिक्कू (पीडियोट्रिक क्रिटिकल इंटेंसिव केयर यूनिट) में गंदगी और हर तरफ बदबू देख दिल्ली से आई राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीम काफी नाराज दिखी।

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टीम के सदस्यों ने एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरुण कुमार से कहा कि ये सब क्या है। टीम ने इमरजेंसी, निक्कू पिक्कू और इसके आसपास सफाई कराने का निर्देश दिया है। टीम ने शिशु इमरजेंसी और निक्कू पिक्कू में मौजूद उपकरण और दस्तावेजों का जायजा लिया और देखा कि शिशुओं और नवजातों के इलाज में कहां क्या खामी है। टीम दिल्ली जाकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के आला अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट देगी और उसके बाद शिशु वार्ड व निक्कू पिक्कू में सुविधाएं और बेहतर करने का खाका तैयार किया जाएगा। 

 राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीम में तीन सदस्य

शिशु वार्ड और निक्कू पिकु की जांच के लिए दिल्ली से हेल्थ एवं रूरल वेलफेयर मंत्रालय के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की 3 सदस्यीय टीम डॉ रेणु के नेतृत्व में सोमवार की रात जमशेदपुर पहुंची। टीम में एनआरएचएम से डाक्टर कपिल, रोहतक मेडिकल कॉलेज के डाक्टर संदीप और रांची से एनआरएचएम की डाक्टर राजवीर कौर भी थीं। टीम ने मंगलवार की सुबह 11:00 बजे एमजीएम अस्पताल पहुंचकर अधीक्षक अरुण कुमार के साथ बैठक कर शिशु वार्ड और निक्कू पिक्कू की व्यवस्था का कागजी जायजा लिया। जाना कि शिशु वार्ड और निक्कू पिक्कू में कितने डॉक्टर, नर्स और वार्ड ब्वॉय कार्यरत हैं।  इसके अलावा क्या-क्या उपकरण यहां मौजूद हैं और क्या क्या कमी है। एमजीएम अधीक्षक के साथ बैठक में उप अधीक्षक डॉ नकुल चौधरी और एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एसी अखौरी भी शामिल थे।

बैठक के बाद शिशु वार्ड में पहुंची टीम

बैठक के बाद इन सभी अधिकारियों के साथ एनआरएचएम की टीम सबसे पहले शिशु वार्ड पहुंची। शिशु वार्ड का जायजा लेने के बाद टीम के सदस्य निक्कू पिक्कू पहुंची। वहां वार्ड का जायजा लेने के बाद निक्कू के हेड के चेंबर में जाकर सुविधाओं और कमियों पर मंथन किया। पत्रकारों से बात करते हुए टीम में शामिल एनआरएचएम की महिला अधिकारी ने बताया कि ये एनआरएचएम का रुटीन निरीक्षण है। इसमें एनआरएचएम का सारा फोकस शिशु इमरजेंसी और निक्कू व पिक्कू पर है। यहां की खामी और कमी का जायजा लेने के बाद कमियों को दूर करने की कोशिश की जाएगी। छम छम में शिशु वार्ड और निक्कू पिक्कू का जायजा लेने के बाद दिल्ली से आई एनआरएचएम की टीम सदर अस्पताल पहुंची। सदर अस्पताल में भी निक्कू पिक्कू  बनना है। इसे लेकर टीम में शामिल डॉक्टरों ने सिविल सर्जन डॉक्टर महेश्वर प्रसाद के अलावा डॉक्टर साहिर पाल और डॉक्टर मीना सिंह के साथ बैठक की।


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