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कैंसर मरीजों को लड़नी पड़ रही दोहरी लड़ाई, रोबोटिक सर्जरी से मिल रही सफलता

Jamshedpur News. कैंसर मरीजों को दोहरी लड़ाई लड़नी पड़ रही है। एक तो कैंसर उसमें भी कोरोना होने का डर। बीते वर्ष कई लोग सही समय पर इलाज नहीं करा पाए जिसके कारण उनकी बीमारी अधिक बढ़ गई और कई लोगों की अपनी जान गंवा दी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 05:41 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 05:41 PM (IST)
कैंसर मरीजों को लड़नी पड़ रही दोहरी लड़ाई, रोबोटिक सर्जरी से मिल रही सफलता
अगर किसी व्यक्ति में कैंसर के लक्षण हैं तो वह तत्काल जाकर जांच कराएं।

जमशेदपुर, जासं। कैंसर मरीजों को दोहरी लड़ाई लड़नी पड़ रही है। एक तो कैंसर उसमें भी कोरोना होने का डर। बीते वर्ष कई लोग सही समय पर इलाज नहीं करा पाए जिसके कारण उनकी बीमारी अधिक बढ़ गई और कई लोगों की अपनी जान गंवा दी। लेकिन, इस बार वह गलती कतई नहीं करनी है।

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अगर किसी व्यक्ति में कैंसर के लक्षण हैं तो वह तत्काल जाकर जांच कराएं। या फिर किसी को सर्जरी करानी है तो वे सर्जरी भी कराएं। क्योंकि ये बीमारी टालने वाली नहीं है। देर होने से बीमारी का स्टेज बढ़ते ही जाएगा, जो जानलेवा साबित हो सकती है। बीते साल देखा गया कि लॉकडाउन व कोरोना की वजह से अधिकांश मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल सका। मरीज भी डरने लगे और डॉक्टर भी सर्जरी करने से पीछे हटने लगे। कारण कि बार-बार अस्पताल आने व सर्जरी के बाद ज्यादा दिन तक अस्पताल में रहने से संक्रमण होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। वैसे भी कैंसर मरीजों का रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है।

48 घंटे में हो जाती छुट्टी

कोरोना काल में रोबोटिक सर्जरी काफी लाभदायक है। सिर्फ दो दिनों के अंदर अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है। न ज्यादा काट-छांट की जरूरत पड़ती है और न ही अस्पताल में रहने की। ऐसे में कैंसर मरीजों को संक्रमण से बचाया जा रहा है। जबकि ओपन सर्जरी करने से कांट-छांट अधिक करनी पड़ती है। इससे मरीजों को ज्यादा दिनों तक अस्पताल में रुकना पड़ता है। खून चढ़ाने से लेकर स्लाइन व अधिक मात्रा में दवा खाने की जरूरत भी पड़ती है लेकिन रोबोटोकि सर्जरी में न तो खून चढ़ाने की जरूरत पड़ती और न ही अधिक दवा खाने की।

तेजी से बढ़ रही कैंसर रोगियों की संख्या

प्रोस्टेट कैंसर, किडनी कैंसर व पेशाब की थैली में कैंसर के मामले तेज गति से बढ़ रहे हैं। ऐसे में किसी तरह के लक्षण समझ में आए तो देर नहीं करें। किसी चिकित्सक से संपर्क करें। प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण में पेशन में जलन व दर्द, पेशाब करने और करने में कठिनाई, रात में बार-बार पेशाब करने की इच्छा होना सहित अन्य शामिल हैं। वहीं, किडनी कैंसर के लक्षण में पेशाब में खून आना, भूख में कमी, साइड या पेट में एक गांठ का होना, वजन में अज्ञात कारणों से कमी आना सहित अन्य शामिल हैं।

ये कहते डाक्टर

कोरोना काल के दौर में रोबोटिक सर्जरी काफी लाभदायक है। कैंसर मरीजों को संक्रमण से भी बचाना है। ऐसे में रोबोटिक सर्जरी बेहतर है। कैंसर रोगियों से अपील है कि वे बीमारी को टाले नहीं। लक्षण सामने आते ही उसकी जांच कराएं। ताकि सही समय पर कैंसर का इलाज हो सकें।

- डॉ. अभय कुमार, यूरो ऑन्कोलॉजी एवं रोबोटिक सर्जन, नारायणा ग्रुप

 


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