टाटा मोटर्स से डिस्पैच हुआ बीएस-सिक्स का पहला इंजन, जानिए क्या है खासियत Jamshedpur News
टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में वर्षों से फाइव लीटर वाला इंजन बनाने का सपना अब पूरा हो गया। सोमवार को पहला फाइव लीटर इंजन का बीएस-सिक्स मॉडल डिस्पैच हुआ।
जमशेदपुर (जासं) । टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में वर्षों से फाइव लीटर वाला इंजन बनाने का सपना अब पूरा हो गया। सोमवार को टाटा मोटर्स के इंजन डिवीजन में पहला फाइव लीटर इंजन का बीएस-सिक्स मॉडल डिस्पैच हुआ। टाटा मोटर्स के प्लांट हेड विशाल बादशाह, डिवीजन हेड वीणा मित्रा, राजीव बंशल, शुभाशीष दास, यूनियन अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते, महामंत्री आरके सिंह समेत अन्य लोगों ने नारियल फोड़कर इस कार्य का शुभारंभ किया। इस मौके पर यूनियन के उपाध्यक्ष आरएन सिंह, कमेटी मेंबर डीके झा, जेपी शर्मा, पीके सिंह, अंजय सिंह समेत कई लोग उपस्थित रहे।
प्लांट हेड ने कहा कि फाइव लीटर माॅडल इंजन बनाने का काम पूरा हुआ, अब इस बीएस सिक्स इंजन को यहीं पर एसेंबल किया जायेगा, दूसरे पर निर्भर रहने की स्थिति नहीं आयेगी। इसमें पहला फाइव लीटर इंजन का बीएस सिक्स मॉडल का डिस्पैच सोमवार को सुबह साढ़े आठ हुआ। यह इंजन यहां से प्लांट वन के एसेंबली लाइन में भेजा गया जहां चेसिस में इसे लगाया जायेगा।
अब टाटा कमिंस पर नहीं रहना होगा निर्भर
अभी तक यहां बीएस थ्री व फोर मॉडल का इंजन बनता था, लेकिन मार्च से यहां बीएस-सिक्स इंजन बनना प्रारंभ हुआ है। अभी तक ५०० से ज्यादा इंजन बनाए जा चुके हैं। फाइव लीटर इंजन का ट्रायल चल रहा था, इधर इसे सरकार द्वारा अनुमति मिली है। एक दिन में २०० से ज्यादा बीएस सिक्स मॉडल के इंजन बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, ऐसे में टाटा मोटर्स को अब टाटा कमिंस या फिर किसी अन्य कंपनियों पर निर्भर नहीं रहना होगा।
पुराने लाइन का हुआ है विस्तार
टाटा मोटर्स के इंजन डिवीजन में पहले ३.५ लीटर का बीएस थ्री व फोर इंजन बनता था। उसी लाइन को अत्याधुिनक बनाया गया है। उसके विस्तार करते हुए उसी लाइन पर बीएस-सिक्स इंजन बनाने का काम शुरू है। इसके लिए पहले नये फाउंडेशन, स्टैंड के साथ लाइन का काम पूरा किया गया। यहां पांच-छह मॉडल के बीएस सिक्स इंजन बनाये जायेंगे।
एबी लाल की पहल से शुरू हुआ था काम
टाटा मोटर्स के तत्कालीन प्लांट हेड एबी लाल (फिलहाल ग्रुप के मैन्युफैक्चरिंग हेड) की पहल से फाइव लीटर इंजन बनाने की दिशा में काम शुरू हुआ। इंजन डिवीजन के किसी कार्यक्रम में शिरकत होने पहुंचे वहां के यूनियन नेताओं ने फाइव लीटर इंजन बनवाने का प्रस्ताव को रखा था। कहा था कि समय को देखते हुए यहां भी यह नया मॉडल लाना चाहिये ताकि हमें किसी दूसरे पर निर्भर नहीं रहना पड़े। एबी लाल ने इस बात को गंभीरता से लिया तथा वहां के डिवीजन प्रमुख को फाइव लीटर इंजन बनाने पर काम शुरू करने का निर्देश दिया था।
अन्य इंजनों की अपेक्षा तीन गुणा शक्तिशाली है यह मॉडल
फाइव लीटर इंजन अन्य इंजनों की अपेक्षा तीन गुणा शक्तिशाली होगा। तेल की खपत कम होगी तो प्रदूषण भी शून्य होगा। चढ़ाई वाले स्थानों पर आसानी से वाहन चढ़ पायेंगे तो इंजन मजबूती व टिकाऊ में सबको पीछे छोड़ दिया है।