ड्रग्स माफियाओं ने जमशेदपुर में फैलाया ब्राउन शुगर का धंधा
जितना रुपये उतना माल। जैसा ग्राहक वैसी कीमत। धंधा करने वालों ने पैसे के बल पर पूरे शहर को अपने जहर के जाल में फंसा लिया हैं।
जमशेदपुर (जासं) : आदित्यपुर थाना क्षेत्र की पुलिस ड्रग्स माफियाओं को गिरफ्तार नहीं कर पाई। धंधा बेरोकटोक जारी हैं। जमशेदपुर के कोने-कोने में इन माफियाओं ने ब्राउन शुगर का धंधा फैला दिया है। आदित्यपुर थाना की तरह जमशेदपुर की पुलिस का ध्यान भी इस ओर नहीं है। हर इलाके में नशे का हर सामान आराम से उपलब्ध है। जितना रुपये उतना माल। जैसा ग्राहक वैसी कीमत। धंधा करने वालों ने पैसे के बल पर पूरे शहर को अपने जहर के जाल में फंसा लिया हैं। युवाओं को गिरफ्त में लेता जा रहा हैं।
पुलिस की मिलीभगत से स्कूल-कॉलेजों के आस-पास और छात्रावासों के पास धंधा चल रहा हैं। इस कदर जहर फैला दिया कि अब उसका खात्मा होना मुश्किल हैं। जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ड्रग्स के इस धंधे को लेकर गंभीर हैं और बंद कराने को कह चुके हैं, लेकिन पुलिस-प्रशासन का ध्यान इस ओर अब तक नहीं गया हैं। बाइक चोरी और छिनतई में जो भी आरोपित पकड़े जाते हैं। पूछताछ में पुलिस के सामने यहीं बयां करते हैं कि नशे के कारण ऐसा करते हैं। ड्रग्स के कारण जमशेदपुर का अपराध ग्राफ बढ़ रहा हैं।
यहां हो रहा धंधा : सोनारी मरीन ड्राइव के दोमुहानी पुल के पास, जुगसलाई गौरीशंकर रोड, बागबेड़ा के संजय तालाब, मानगो के डिमना लेक इलाका, मानगो पारडीह, आजादनगर, बर्मामाइंस के कैरेज कॉलोनी, भक्तिनगर से सटे इलाके, सिदगोड़ा, मानगो, कदमा और बिष्टुपुर का इलाका।
'यह अक्षम्य अपराध है। इसका सबसे ज्यादा शिकार युवा हो रहे हैं। यह एक तरह से साइलेंट मॅर्डर है, जिसमें कई लोगों की बेवजह हत्या हो जाती है। पुलिस को चाहिए कि नशा कराने वाले कुख्यात अपराधियों पर तुरंत कार्रवाई करते हुए जेल भेजे। अबतक पुलिस ने जिन लोगों को जेल भेजा है, वह केवल पीने वाले हैं। नशा कारोबारी अभी भी कार्रवाई से बाहर हैं। - ओमप्रकाश , वरिष्ठ अधिवक्ता सह जनकल्याण मोर्चा अध्यक्ष आदित्यपुर।
वर्ष 1990 में इसी तरह से ब्राउन शुगर का कारोबार शुरू हुआ था। इसके कारण कई युवा बर्बाद हो गए और कई ने आत्महत्या कर ली। इस नशे की चपेट में डीएवी स्कूल और एनआइटी समेत कई शिक्षण संस्थान आ गए हैं। पुलिस को विशेष अभियान चलाकर ब्राउन शुगर का कारोबार करने वाले अपराधियों को जेल में डाला जाए। - सुरेश धारी, कांग्रेस कोल्हान प्रवक्ता सह सामाजिक कार्यकर्ता
ब्राउन शुगर का कारोबार रोकने के लिए पहले भी उपायुक्त को पत्र सौंपा गया था। इसमें स्थानीय थाना को सक्रिय होना होगा। उसके बाद ही इस पर रोक लग पाएगी। अभी तक थाना इस मामले को लेकर ज्यादा गंभीर नजर नहीं आ रहा है। बीते शुक्रवार को मार्ग 32 में एक नशेड़ी ने राजेंद्र नामक युवक का सिर फोड़ दिया। इस तरह की घटना बराबर होती है। -राजू सिंह, भाजपा युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष
आदित्यपुर नगर निगम के नौजवान की रक्षा व सुरक्षा के लिए नशा का कारोबार रोकने का हरसंभव प्रयास करेंगे। ऐसा नहीं होने पर जल्द ही डीजीपी व राज्य के मुख्य सचिव से मिलकर एसटीएफ का गठन करके ब्राउन शुगर माफिया को जेल भेजने की मांग करेंगे। सरायकेला एसपी प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अपराधी पकड़ में नहीं आ रहे हैं। इस मामले में मंत्री भी बयान देकर थक गए हैं, लेकिन कारोबार पर रोक नहीं लग पा रहा हे। - शैलेंद्र सिंह, पूर्व भाजपा प्रदेश मंत्री