उद्घाटन से पहले ही टूटी सड़क, ग्रामीण नाराज
राज्य संपोशित योजना के अंतर्गत घाटशिला प्रखंड के एनएच-18 जगन्नाथपुर गांव के प्रवेश द्वार से धोरासाई गांव तक बनाया गया पीसीसी सड़क उद्घाटन से पूर्व ही टूट गया। सड़क निर्माण पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू की अनुशंसा पर की गई थी..
संवाद सूत्र, गालूडीह : राज्य संपोशित योजना के अंतर्गत घाटशिला प्रखंड के एनएच-18 जगन्नाथपुर गांव के प्रवेश द्वार से धोरासाई गांव तक बनाया गया पीसीसी सड़क उद्घाटन से पूर्व ही टूट गया। सड़क निर्माण पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू की अनुशंसा पर की गई थी। अभी भी सड़क पर कई जगहों पर निर्माण कार्य नहीं हुआ है।
जगन्नाथपुर में सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता बरतने को लेकर ग्राम प्रधान भादो हांसदा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए विरोध जताया। ग्रामीण महेंदर नाथ सोरेन ने बताया कि काफी दिनों के प्रयास के बाद सड़क निर्माण हुआ है। वर्षा काल में सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा था, लेकिन निर्माण के कुछ ही दिन बाद ही अचानक सड़क बीच से फूल गया। इसके बाद टूटना शुरू हुआ। विभागीय लापरवाही के कारण संवेदक द्वारा निर्माण कार्य में अनियमितता बरती गई है। सरकारी राशि का दुरुपयोग हुआ है। सड़क निर्माण कार्य की जांच को लेकर उपायुक्त सूरज कुमार को आवेदन सौंपा जाएगा। विरोध करने वाले सुकलाल सोरेन, मान सिंह हांसदा, प्रकाश हांसदा, अमीन सोरेन, सुरेन मार्डी, बुर्जु मुर्मू आदि ग्रामीण शामिल थे। ग्रामीणों की शिकायत पर सीओ ने की जांच : प्रखंड के खांडामौदा गांव के शिव मंदिर टोला में रवींद्रनाथ बेरा नामक व्यक्ति द्वारा सरकारी चापाकल को घेर लेने के मामले में ग्रामीणों द्वारा सीओ से शिकायत की गई थी। शिकायत के आधार पर बुधवार को सीओ जीतराय मुर्मू व बडशोल थाना के निरीक्षक ललित खालको ने उक्त स्थल निरीक्षण किया। टोला के लोगों से पूछने पर सब कुछ सही पाया।
उसके बाद रवींद्रनाथ बेरा के घर जा कर पहले तो सरकारी चापाकल में समर्सिबल लगाकर पानी नहीं देने तथा उसके ऊपर घर बनाने के लिए डांट-फटकार लगाई। अधिकारियों ने तार काट कर समर्सिबल हटा लेने का निर्देश दिया। साथ ही दोबारा इस तरह की हरकत न करने की भी सख्त चेतावनी दी। इधर रवींद्रनाथ बेरा ने सीओ से कहा कि वह सबको पानी देता है। चापाकल का सिलिडर खराब होने की वजह से पानी लेने में कठिनाई होती थी, तो समर्सिबल डाला गया। बेरा ने कहा कि कम जगह में पीएम आवास बनाने की मंजूरी मिली तो वह उसी के ऊपर घर बनाने लगा। घर बनने के बाद वह लोगों के लिए पाइप के सहारे पानी का कनेक्शन निकाल देता। सीओ ने तत्काल समर्सिबल का तार काट कर जब्त कर लिया और बेरा को चापाकल से सबको पानी देने की बात कही।