पगड़ी दाढ़ी में रिंग पर उतरा तो खेलने से मना कर दिया Jamshedpur News
जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब पगड़ी -दाढ़ी पहने सिख छात्र को तकनीकी अधिकारी ने ¨रग से बाहर कर दिया।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में संपन्न हुई सीआइएससीई नेशनल मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शुक्रवार को उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई, जब पगड़ी -दाढ़ी पहने सिख छात्र को तकनीकी अधिकारी ने ¨रग से बाहर कर दिया।
बिष्टुपुर हंसराज स्कूल का छात्र जसराज पाल सिंह 60-64 वर्ग के फाइनल में उतरे थे। उनके सामने उत्तर प्रदेश के मुक्केबाज बास्को सिल्वा थे। अभी बाउट शुरू होती, उसके पहले ही तकनीकी अधिकारी जेसी व्यास ¨रग में पहुंच बाउट को रोक दिया। पूछने पर पता चला कि अंतरराष्ट्रीय नियम के अनुसार मुक्केबाज को शेविंग कर ¨रग में उतरना है। लेकिन जसराज तो सिख ठहरे। धर्मसंकट की स्थिति पैदा हो गई। तुरंत ही गोलमुरी में रहने वाले जसराज के पिता राजू सिंह अपने साथियों के साथ मैदान पर पहुंचे और तकनीकी अधिकारी पर धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाने लगे।
स्थिति तनावपूर्ण होता देख बिष्टुपुर थाने को खबर किया गया। थाना प्रभारी राजेश सिन्हा मौके पर पहुंच लोगों को शांत कराया। बाद में जसराज को फाइनल मैच खेलने का मौका दिया गया। हालांकि फाइनल में जसराज यूपी के बॉस्को सिल्वा से हार गए और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। उधर, सतवीर सिंह सुमो ने कहा कि जब एयरपोर्ट तक में सिख समुदाय को कृपाण ले जाने की इजाजत होती है, तो मुक्केबाजी की ¨रग में खिलाड़ी को धर्म के आधार पर कैसे बांटा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कोई आपत्ति था तो पहले ही राउंड में छात्र को बाहर कर देना था। पहले राउंड में जसराज को वाकओवर का लाभ मिला था। अंतिम राउंड में डिस्क्वालीफाई करना अन्यायपूर्ण था। इस मौके पर सिख समुदाये के सतवीर सिंह सोमू, गुरुचरण सिंह बिल्ला, शमशेर सिंह, हरविंदर सिंह, हरविंदर सिंह जमशेदपुरिया, सतवंत सिंह, कुलविंदर सिंह पन्ना समेत अन्य मौजूद थे।