टाटा हिताची से हुई बोनस की बोहनी, कर्मचारियों को मिलेगा 14 फीसद बोनस
टाटा हिताची में पिछली बार के मुकाबले दो फीसद कम यानी 14 फीसद बोनस मिलेगा। पिछली बार 16 फीसद बोनस मिलेगा। हालांकि इससे राशि पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
जमशेदपुर, जेएनएन। औद्योगिक नगरी जमशेदपुर में दुर्गा पूजा करीब आते ही बोनस पर टकटकी लग जाती है। अबतक किसी भी कंपनी से बोनस समझौता मुकम्मल नहीं हो सका था। बोनस की बोहनी टाटा हिताची कंपनी से हुई है। यहां मंगलवार को समझौते पर मुहर लग गई।
टाटा हिताची में पिछली बार के मुकाबले दो फीसद कम यानी 14 फीसद बोनस मिलेगा। पिछली बार 16 फीसद बोनस मिलेगा। हालांकि, इससे राशि पर कोई असर नहीं पड़ेगा। करीब 14 सौ 50 कर्मचारियों को पिछली बार की तुलना में बोनस की रकम कुछ ज्यादा ही मिलेगी। इसकी वजह 2018 में हुआ ग्रेड रिवीजन है।
खड़गपुर प्लांट में हुआ समझौता
टाटा हिताची में बोनस समझौता खड़गपुर प्लांट में हुआ। प्रबंधन और इंगेजमेंट कमेटी के बीच सहमति के बाद समझौते पर मुहर लगी। कंपनी का भारत में तीन प्लांट है। जमशेदपुर, धारवार और खड़गपुर प्लांट में यह समझौता प्रभावी होगा।
निक्को पार्क में हो चुका समझौता
जमशेदपुर में इस वर्ष पहला वेतन समझौता निक्को पार्क में हुआ था। हालांकि, किसी कंपनी में टाटा हिताची का समझौता पहला समझौता है। इसके साथ ही अब सबसे बड़ी कंपनी टाटा स्टील में बोनस पर निगाहें टिक गई हैं। यहां समझौता होने के बाद ही इसकी अनुषंगी इकाइयों या फिर अन्य प्रतिष्ठानों में बोनस होगा। परंपरा के मुताबिक टाटा स्टील के बाद ही टाटा स्टील कोलियरी व माइंस, टाटा स्टील ग्रोथ शॉप, जुस्को, कंपनी की आधा दर्जन सोसाइटी, टीएसआरडीएस, टाटा वर्कर्स यूनियन के कर्मचारियों के साथ अन्य स्थानों पर समझौता होते आया है। उम्मीद है कि यहां बहुत जल्द समझौता होगा। कारण कि बोनस को लेकर यहां फार्मूला बना हुआ है। प्रबंधन-यूनियन के बीच एक-दो वार्ता के बाद ही समझौते पर मुहर लग जाएगी।