टाटा मोटर्स में एक बार फिर ब्लॉक क्लोजर Jamshedpur News
टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट में एक बार फिर बुधवार को एक दिन का ब्लॉक- क्लोजर रहेगा। कंपनी प्रबंधन की ओर से एक सर्कुलर जारी किया गया है।
जमशेदपुर (जासं)। टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट में एक बार फिर बुधवार को एक दिन का ब्लॉक- क्लोजर रहेगा। इसे लेकर मंगलवार को कंपनी प्रबंधन की ओर से एक सर्कुलर जारी किया गया है।
वहीं इससे पूर्व कंपनी में दो दिन का ब्लॉक-क्लोजर किया गया था। इसमें 14 व 15 फरवरी (शुक्रवार-शनिवार) को कंपनी बंद रही जबकि तीसरे दिन साप्ताहिक अवकाश रविवार होने से कामकाज ठप था। इस प्रकार तीन दिन बाद 17 फरवरी को कंपनी खुली।
कंपनी में वैश्विक मंदी का असर आज भी व्याप्त है। मंदी का सबसे ज्यादा प्रभाव कंपनी के अस्थायी कर्मचारी व ठेका मजदूरों पर पड़ता है। इन्हें फिर काम से बैठाया जाएगा।
कंपनी की ओर से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि टाटा मोटर्स प्रबंधन व यूनियन के बीच 17 जून 1988 को हुए समझौते को आधार बताते हुए ब्लॉक-क्लोजर किया जा रहा है। इसमें कर्मचारियों के ब्लॉक- क्लोजर के दिन आधे दिन का वेतन दोनों दिन मिलेगा। इस दौरान किसी तरह की छुट्टी कर्मचारी को नहीं मिलेगी। जिसको ब्लॉक-क्लोजर के दौरान बुलाना होगा उसे अलग से नोटिस देना होगा।
मंदी का असर कायम
मध्यम व भारी वाहनों के निर्माण में अग्रणी टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में बार-बार ब्लाक क्लोजर को वाहन उद़योग में मंदी के असर से जोड़कर देखा जा रहा है। आर्थिक सुस्ती के दौर में कंपनी के साथ-साथ कर्मचारियों में भी उदासी छा रही है। हालात के मद़देनजर कंपनी में कम उत्पादन होने की वजह से टाटा मोटर्स प्रबंधन और टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के बीच 15 दिन ब्लॉक क्लोजर की अवधि बढ़ाने पर प्रबंधन और यूनियन के बीच पिछले साल ही समझौता हुआ था।
पिछले साल किया गया था 39 की जगह 54 दिन ब्लाक क्लोजर को लेकर समझौता
टाटा मोटर्स प्रबंधन व यूनियन के बीच हुए समझौते के बाद अब टाटा मोटर्स में एक वित्तीय वर्ष में 39 दिन की जगह 54 दिन प्रबंधन ब्लॉक-क्लोजर ले सकता है। कंपनी प्रबंधन और यूनियन के बीच 17 जून 1998 को हुए समझौते के तहत टाटा मोटर्स में 18 दिन ब्लॉक-क्लोजर लिया जा सकता था।
दो अगस्त 2017 को ग्रेड रिवीजन समझौते के दौरान 18 दिन को बढ़ाकर 24 दिन ब्लॉक-क्लोजर पर समझौता हुआ। वहीं 19 अगस्त 2019 को पुन: प्रबंधन और यूनियन के बीच हुए क्लोजर की अवधि 39 दिन करने का समझौता हुआ। वहीं पिछले साल नवंबर में एक बार फिर 15 दिन ब्लॉक-क्लोजर की अवधि बढ़ाने पर समझौता होने से कंपनी को 54 दिन ब्लॉक- क्लोजर लेने का रास्ता खुल गया।