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Jharkhand: एमजीएम में खून बेच रही बिंदी वाली महिला, एक यूनिट का लेती 700 से 1300 रुपये

महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। इसबार चर्चा में आने की वजह एक बिंदी वाली महिला है जो एमजीएम में घूम-घूम कर मरीजों को खून दिलाने के नाम पर पैसा वसूल रही है। वह महिला कौन है....

By Ankit DubeyEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 04:02 PM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 04:02 PM (IST)
Jharkhand: एमजीएम में खून बेच रही बिंदी वाली महिला, एक यूनिट का लेती 700 से 1300 रुपये
एमजीएम में खून बेच रही बिंदी वाली महिला, एक यूनिट का लेती 700 से 1300 रुपये। जागरण

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) । महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। इसबार चर्चा में आने की वजह एक बिंदी वाली महिला है, जो एमजीएम में घूम-घूम कर मरीजों को खून दिलाने के नाम पर पैसा वसूल रही है। वह महिला कौन है, कोई नहीं जानता उसकी पहचान बस बड़ी बिंदी वाली महिला के रूप में है। इसकी भनक मंगलवार को जैसे ही अस्पताल प्रबंधन को लगी तो वह सक्रिय भूमिका में आ गई और सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे है।

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प्रबंधन का मानना है कि पूरे अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है। उसकी फोटो सीसीटीवी कैमरे में जरूर कैद हो गए होंगे और उसी के अधार पर उसकी पहचान कर ली जाएगी। दरअसल, इमरजेंसी विभाग के बेड नंबर-14 पर एक पुरुष मरीज भर्ती है। उसे खून की जरूरत पड़ी तो वह महिला वहां हाजीर हो गई और खून की सौदा कर डाली। महिला बोली खून के लिए एक हजार रुपए लगेगा। जबकि एमजीएम में खून निश्शुल्क मिलता है। मरीज के स्वजन को जानकारी नहीं होने की वजह से वह एक हजार रुपए देने को तैयार हो गए।

इसके बाद महिला मरीज की पर्ची पर इमरजेंसी लिखवा ली और पर्ची लेकर सीधे ब्लड बैंक में चली गई। पर्ची पर इमरजेंसी लिखे होने की वजह से डोनर की मांग नहीं की जाती है और खून मुफ्त में उपलब्ध हो गई। इसके बाद वह महिला खून लेकर आई और मरीज के स्वजनों से एक हजार रुपए वसूल ली। एमजीएम अस्पताल में इस तरह की यह पहली घटना नहीं है, इससे पूर्व भी खून, रक्त जांच व बेहतर इलाज कराने के नाम पर वसूली करने का मामला सामने आ चुका है।

इलाज व जांच के नाम पर भी दलाली

एमजीएम के एक कर्मचारी ने बताया कि यहां इलाज व जांच के नाम पर भी दलाली हो रही है। अस्पताल में इलाज उपलब्ध होने के बावजूद भी मरीजों को नर्सिंग होम भेजा जाता है और वहां पर उनसे मनमुताबिक पैसा वसूला जाता है। इसी तरह, जांच में भी कमीशन बंधा हुअा है। कई डॉक्टर अस्पताल की रिपोर्ट पर भरोसा नहीं करते और वे कुछ चिन्हित पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी सेंटर में भेजते है, जहां से उन्हें कमीशन मिलता है।

 दलालों ने तय कर रखीं है रेट

- खून प्रति यूनिट : 700 से 1300 रुपए

- रक्त जांच : 800 से 1000 रुपए

- बेहतर इलाज : 200 से 300 रुपए

खून दिलाने के नाम पर अगर कोई भी व्यक्ति मरीजों से पैसा लेता है तो वह गलत है। वैसे लोगों पर सख्त नजर रहती है। सीसीटीवी कैमरे लगी हुई है। वैसे लोगों की पहचान आसानी से कर ली जाएगी। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।- डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी, उपाधीक्षक, एमजीएम अस्पताल


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