टाटा स्टील के ठेकाकर्मी की हत्या की गुत्थी नहीं सुलझा सकी दो जिलों की पुलिस, 80 दिन बाद भी हाथ खाली
टाटा स्टील के अधीन ठेका कंपनी में कार्यरत रजनीश पांडेय की हत्या की गुत्थी घटना के 80 दिन बाद भी जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां जिले की पुलिस सुलझा नहीं पाई। मृतक के पिता बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर दर-दर भटक रहे हैंं।
जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील के अधीन ठेका कंपनी में कार्यरत रजनीश पांडेय की हत्या की गुत्थी घटना के 80 दिन बाद भी जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां जिले की पुलिस सुलझा नहीं पाई। मृतक के पिता बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर दर-दर भटक रहे हैंं। कभी सरायकेला-खरसावां एसपी तो कभी जमशेदपुर के एसएसपी से गुहार लगा रहे हैंं।
जमशेदपुर एसएसपी से पिता को जवाब मिला कि शव सरायकेला-खरसावां जिले के कपाली इलाके से बरामद किया गया था। हत्या की प्राथमिकी भी कपाली में ही दर्ज की गई है। अनुसंधान कपाली पुलिस ही कर रही है। मृतक बिहार के मोतिहारी जिले का रहनेवाला था। जमशेदपुर के टेल्को थाना क्षेत्र लक्ष्मीनगर में वह रहता था। विगत 28 अक्टूबर से गायब था। विगत एक नवम्बर को उसका शव मानगो से सटे कपाली ओपी के तामोलिया हॉस्पिटल के पीछे एक निर्माणाधीन मकान से बरामद किया गया था।। हत्या किसने और क्यो की इसका पता अब तक नहींं चल पाया है।
छायानगर में मिली थी बाइक
रजनीश की बाइक 29 अक्टूबर को पुलिस ने जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना के छाया नगर से बरामद की गई थी। युवक 28 अक्टूबर से गायब था। मोबाइल बंद था। उसके मामा जितेंद्र उपाध्याय ने लापता की शिकायत टेल्को थाना में दर्ज कराई थी। पुलिस को दी गई शिकायत में जितेंद्र ने बताया कि जरूरी काम होने की बात कहते हुए उनकी बाइक रजनीश ले गया। इसके बाद वापस नहींं लौटा। बाद में शव मिला।