बिना सदस्यता शुल्क के चलती है भारतीय जन महासभा, कल स्थापना दिवस में पोलैंड, युगांडा व सिंगापुर से भी जुड़ेंगे पुराने सदस्य
Bhartiya Jan Mahasabha भारतीय जन महासभा 28 सितंबर को अपना प्रथम स्थापना दिवस मनाने जा रही है। इस संगठन की खासियत है कि इसमें कोई भी व्यक्ति बिना सदस्यता शुल्क के सदस्य बन सकता है। ये रही पूरी जानकारी।
जमशेदपुर, जासं। भारतीय जन महासभा आश्विन कृष्ण सप्तमी संवत 2078 पर 28 सितंबर को अपना प्रथम स्थापना दिवस मनाने जा रही है। इसमें जमशेदपुर सहित देश के विभिन्न राज्यों-शहरों से तो लोग जुड़ेंगे ही, पोलैंड, युगांडा व सिंगापुर से भी सदस्य जुड़ेंगे। सभी पुराने सदस्य हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मचंद्र पोद्दार बताते हैं कि इसमें कोई भी व्यक्ति बिना सदस्यता शुल्क के सदस्य बन सकता है।
पोद्दार ने कहा कि सदस्य बनने की इच्छा रखने वाले लोग भारतीय जन महासभा के किसी भी पदाधिकारी से मिलकर अपना नाम और वाट्सएप नंबर देकर सदस्य बन सकते है। उन्हें वाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया जाता है। इस प्रकार वे सदस्य बन जाते हैं। संस्था सदस्यों से केवल यह अपेक्षा करती है कि वे देश के प्रति समर्पित रहेंगे। महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के आदर्शों पर चलने वाले इस संगठन में सदस्यों को चाहिए कि देशहित में लिए जाने वाले कार्यक्रमों में सम्मिलित हों। संस्था की राष्ट्रीय कार्यसमिति में 4 संरक्षक व 37 सदस्य हैं। इनमें 18 पदाधिकारी व 15 कार्यसमिति सदस्य हैं। पोद्दार ने देशवासियों से अपील की है कि अधिक से अधिक लोग भारतीय जन महासभा से जुड़ें और भारत जैसे सुसंस्कृत देश से विभिन्न प्रकार की अश्लील सामग्री को सभी सोशल साइट्स से हटवाने के कार्य में सहयोग करें।
मुख्य कार्य सोशल साइट से अश्लील सामग्री हटाना
धर्मचंद्र पोद्दार ने कहा कि संगठन का मुख्य कार्य सभी सोशल साइट्स से विभिन्न प्रकार की अश्लील सामग्री को हटवाना है। इसके लिए भारत सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से संस्था निर्माण के समय से ही संपर्क करती आई है। अब इस कार्य में तेजी लाई जाएगी। हमारी मांग नहीं मानी गई ताे नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर मार्च 2022 में धरना दिया जाएगा।
संस्था के निम्नलिखित उद्देश्य
- विभिन्न सोशल साइट्स से सभी अश्लील वीडियो, कहानी व चित्र आदि हटाने के लिए प्रयास करना।
- दुष्कर्म मामलों में पीड़िता को हरसंभव सहायता देना। दुष्कर्मी को सजा अवश्य हो इसका प्रयास करना। दुष्कर्म मामलों के कानून को इतना कड़ा बनवाना कि कोई भी दुष्कर्मी सजा से बच ना पाए। नाबालिग को भी सजा हो। इसमें शामिल अपराधी को सजा देने के लिए एक निश्चित समय सीमा का प्रावधान हो, ऐसा कानून बनवाना। एक उच्चस्तरीय समिति या अदालत का गठन कराना, जिसमे देश के हरेक दुष्कर्म मामले की रिपोर्ट जाएगी और वह समिति हरेक मामले की कार्रवाई पर कड़ी नजर रखे।
- देश की बेटियों को आत्मरक्षा के लिए जूडो, कराटे, बॉक्सिंग आदि का प्रशिक्षण दिलाना। इसे स्कूलों में छात्राओं के लिए अनिवार्य विषय के रूप में शामिल कराने के लिए शिक्षा विभाग पर दबाव बनाना।
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी देना।
- आने वाली पीढ़ी में अच्छे संस्कार जागृत हों, ऐसा कुछ कार्य करना।
- संस्था की कार्यसमिति के निर्णयानुसार देशहित के कुछ और कार्यों को करना।
इन स्थानों से स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शािमल हाेंगे लोग
भारतीय जन महासभा के प्रथम स्थापना दिवस के तहत मुख्य कार्यक्रम जमशेदपुर में होंगे। उसमें झारखंड-बिहार के सुल्तानगंज, भागलपुर, बेगूसराय, दरभंगा, बोकारो, दुमका, देवघर, गोड्डा, डांगुवापोसी, रामगढ़, पाकुड़, मधुपुर, जमशेदपुर, आदित्यपुर, गम्हरिया, धालभूमगढ़, जादूगोड़ा, जामताड़ा व धनबाद, छत्तीसगढ़, हैदराबाद, गुवाहाटी, मुंबई, नागपुर, करौली, विशाखापट्टनम, रानीगंज, वाराणसी, आगरा, श्रीनगर, गढ़वाल, सेंधवा मध्य प्रदेश, गोंडा, कौशांबी, विदिशा, बहराइच, मुजफ्फरनगर, भोपाल, हापुड़, बस्ती, इंदौर, भीलवाड़ा, कोल्हापुर, लखनऊ, बेंगलुरु, फिरोजपुर, मोगा, उज्जैन, बहराइच, भोपाल, रीवा, बुलंदशहर, शेगांव, श्रीगंगानगर, रतलाम, बीड-महाराष्ट्र, कटक, जयपुर, चोमू, चुरू, हरियाणा के जींद व गुड़गांव, नई दिल्ली, नोएडा, विदुरकुटी, कांधला, गाजीपुर, प्रयागराज, नागपुर, पुणे, कोलकाता, मेघालय आदि से प्रतिनिधि शामिल होंगे।