EV Charging Station : ईवी चार्जिंग स्टेशन वालों की हो गई चांदी, आपके लिए भी है सुनहरा मौका
EV Charging Station देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल क्रांति की आहट सुनाई देने लगी है। ऐसे में चार्जिंग स्टेशन बनाने वालों की चांदी हो गई है। कंपनियां रियल इस्टेट डेवलपर्स से संपर्क कर आपकी सोसायटी में चार्जिंग स्टेशन लगाने जा रही है। आपके लिए भी यह सुनहरा मौका है...
जमशेदपुर, जासं। इन दिनों इलेक्ट्रिक व्हीकल या ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाने वाली कंपनियों की चांदी हो गई है, क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बेतहाशा बढ़ रही है। कई शहरों में तो रियल एस्टेट डेवलपर्स या बिल्डर के अलावा आवासीय कॉलोनियों में भी ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाने का ऑफर मिल रहा है।
ईवी चार्जिंग स्टेशन निर्माता कंपनियां बड़ी परियोजनाओं के लिए बिल्डरों के साथ साझेदारी कर रही हैं, जो अभी बननी शुरू नहीं हुई हैं। ऐसी ही एक कंपनी इलेक्ट्रिवा के संस्थापक सुमित धानुका कहते हैं कि ईवी बाजार काफी तेजी से बढ़ रहा है। अब अधिक लोग परिवहन के पर्यावरण के अनुकूल साधनों की ओर बढ़ना चाहते हैं। यह हमें हाउसिंग सोसाइटियों और बड़े बिल्डरों या रियल एस्टेट कंपनियों की मांग से पता चल रहा है।
कंपनी को हाल ही में प्रमुख स्थानों पर ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने के लिए दिल्ली सरकार से एक बड़ा कांट्रैक्ट मिला है। धानुका कहते हैं कि चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट के विस्तार के लिए इस तरह के पुश की आवश्यकता है। हम रेसिडेंट एसोसिएशनों के साथ विभिन्न मॉडलों पर काम कर रहे हैं, क्योंकि क्षमता और लागत उनके लिए प्रमुख बात है।
बेंगलुरू, गुड़गांव व पुणे की कालोनियों में बनेंगे 10,000 स्टेशन
ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाने वाली कंपनी कज़म सरकार के साथ साझेदारी में अपार्टमेंट और आवासीय क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन स्थापित करके ईवी अनुकूल बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा है। विशेष रूप से अपार्टमेंट परिसरों में 10,000 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना बना रहा है।
कज़म के सह-संस्थापक अक्षय शेखर कहते हैं कि हमने पहले ही बेंगलुरु, गुड़गांव और पुणे में भागीदारों के साथ करार कर लिया है। निवासी कुल पार्किंग के 10 प्रतिशत तक को ईवी चार्जिंग सुविधा में बदलने के लिए तैयार हैं। चूंकि कारें लंबे समय तक घर पर खड़ी रहती हैं, इसलिए अधिकांश चार्जिंग घर पर ही होगी।
कंपनी विस्तार में करेगी करीब पांच करोड़ रुपये निवेश
अक्षय शेखर कहते हैं कि हम उम्मीद करते हैं कि 2025 तक ईवी की हिस्सेदारी दोपहिया वाहनों में 8-10 प्रतिशत और तिपहिया वाहनों में 30 प्रतिशत से अधिक तक पहुंच जाएगी। कार और ट्रकों में पैठ का स्तर मध्यम अवधि में रहने की संभावना है। फिलहाल हम दो, तीन और चार पहिया वाहनों के लिए चार्जर पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम सरल चरणों में प्रमाणीकरण, भुगतान और संचालन के लिए मोबाइल एप के साथ रियल एस्टेट डेवलपर्स की भी मदद कर रहे हैं।
अब रियल एस्टेट अपनी सुविधाओं में दिखा रहे
रियल एस्टेट डेवलपर अब ईवी चार्जिंग स्टेशन की सुविधा दिखाकर ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। ऐसी ही एक कंपनी कल्पतरु अपनी आगामी परियोजनाओं में ईवी चार्जिंग सक्षम पार्किंग की पेशकश कर रहा है। इसने पूर्व में भी अपनी कुछ परियोजनाओं में यह सुविधा प्रदान की थी।
कल्पतरु के प्रबंध निदेशक पराग मुनोट कहते हैं कि इलेक्ट्रिक व्हीकल व्यक्तिगत परिवहन का भविष्य है, क्योंकि हम ईंधन लागत अप्रत्याशितता और शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन के देश के लक्ष्य को प्राप्त करने की दोहरी चुनौतियों से जूझ रहे हैं। आने वाले वर्षों में ईवी अपनाने की उम्मीद के साथ, घरों और वाणिज्यिक स्थानों में ईवी-अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना महत्वपूर्ण है। सरकार कच्चे तेल के आयात पर देश की निर्भरता कम करने और वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए ऑटोमोबाइल निर्माताओं को ईवी के स्थानीय उत्पादन में तेजी लाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।