New Year 2021 : पूजा-पाठ से नए साल की शुरुआत, मंदिरों में लगा श्रद्धालुओं का तांता
New Year 2021. लोग नववर्ष के स्वागत डूबे हैं। चारो ओर खुशी की आलम है। नए साल की शुरुआत लोगों ने मंदिरों में पूजा-पाठ से की। मंदिरों में नववर्ष को लेकर खास तैयारी की गई है। कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन के पालन पर पूरा जोर है।
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर के मंदिरों में नववर्ष पर पूजा के लिए भक्त उमड़ पड़े। हालांकि, सभी भक्त मास्क पहनकर पहुंचे थे, लेकिन भक्तों की भीड़ इतनी थी कि उन्हें नियंत्रित करना मुश्किल था। सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा।
खासकर टिनप्लेट कालीबाड़ी, पारडीह काली मंदिर, साकची मनोकामना मंदिर, साकची शीतला मंदिर, बेल्डीह कालीबाड़ी, कदमा रंकणी मंदिर, जादूगोड़ा रंकिणी मंदिर व टेल्को भुवनेश्वरी मंदिर में भक्तों की भीड़ सबसे ज्यादा रही। बिष्टुपुर राम मंदिर में भक्तों की भीड़ देखी गई। मंदिरों के बाहर खड़े वाहन भी यह बता रहे थे कि कितनी संख्या में भक्त पहुंचे। सभी मंदिरों में स्थापित देवी-देवताओं से लोगों ने नववर्ष में सुख शांति का आशीर्वाद मांगा। भक्तों के भीड़ को देखते हुए मंदिरों के पट दोपहर में देर से बंद किए गए। बेल्डीह कालीबाड़ी में भक्तों के बीच कैलेंडर बांटा गया। कदमा रंकिणी मंदिर में कमेटी द्वारा भी विशेष पूजा- अर्चना गई। टेल्को भुवनेश्वर मंदिर में भी प्रसाद के रूप में दूध का विरतण किया गया।
विद्यापतिनगर बड़ा शिव मंदिर में अष्टजाम
जमशेदपुर में रहनेवाले सभी धर्म संप्रदाय के लोगों नववर्ष में सुख शांति से रहे, इसके लिए बारीडीह विद्यापतिनगर बड़ा शिव मंदिर में 31 दिसंबर को प्रारंभ हुआ। अष्टजाम पूजा का एक जनवरी को दोपहर में प्रसाद वितरण के साथ समापन हुआ।
बेल्डीह काली बाड़ी, सर्किट हाउस
यह मंदिर भक्तों के लिए सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक खुला रहेगा। हालांकि मंदिर में पूजा-पाठ में सुबह चार बजे से प्रारंभ होगा। दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक मंदिर बंद रहेगा। मंदिर के अजीत कुमार ने बताया कि शाम चार बजे से आठ बजे तक भी मंदिर भक्तों के लिए खुला रहेगा। दोपहर में नव वर्ष का कैलेंडर भी वितरित किया जाएगा। इस वहां पुरी-बुंदिया का प्रसाद नहीं बंटेगा।
बिष्टुपुर राम मंदिर
बिष्टुपुर राम मंदिर में भक्तों का तापमान पहले जांची जा रही। उसके बाद ही वे मंदिर में पूजा पाठ कर रहे हैं। इसके लिए भी मास्क पहनना अनिवार्य है। मंदिर की आकर्षक साज सज्जा की गई है। वाहनों के पार्किंग के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। सुबह छह बजे से ही मंदिर भक्तों के लिए खुल गया। दोपहर 12 बजे से दोपहर 3:30 बजे बंद रहेगा। इसके बाद फिर मंदिर खुलेगा तथा भक्त यहां रात आठ बजे तक पूजा कर सकेंगे।
कदमा रंकिणी मंदिर
यहां कमेटी की विशेष पूजा की व्यवस्था की गई है। भक्त भी इस दौरान पूजा करते रहेंगे। पूजा कमेटी के जर्नादन पांडे ने कहा कि सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक तथा शाम चार बजे से रात 9 बजे तक मंदिर भक्तों के लिए खुला रहेगा। भक्तों को कोई प्रसाद वितरित नहीं होगा। कार्यकारिणी सदस्य विशेष पूजा अर्चना में भाग लेंगे।
घोड़ाबांधा साई मंदिर
पूर्वी सिंहभूम के पटमदा हाथीखेदा मंदिर में पूजा करते लोग। जागरण
भक्तों के लिए सुबह 05:30 बजे से लगातार नौ बजे तक खुला रहा। भक्तों के आगमन को देखते हुए मंदिर कमेटी द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है। यहां स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता दस बजे पूजा अर्चना करने पहुंचें।
साकची शीतला मंदिर
यहां मंदिर सुबह के 6 बजे से ही खुला है। दोपहर में भी भक्त पूजा अर्चना कर सकेंगे। मंदिर में रात आठ बजे तक भक्त पूजा कर सकेंगे। कोई विशेष पूजा नहीं होगी।
टेल्को भुवनेश्वरी मंदिर व कृष्ण मंदिर
टेल्को भुवनेश्वरी मंदिर व कृष्ण मंदिर भक्तों के लिए सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक खुला रहेगा। शाम को 5:30 बजे से यह मंदिर 8:30 बजे तक खुला रहेगा। कृष्ण मंदिर के सुकुमारन ने बताया भक्तों को यहां दूध प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा। कोई विशेष पूजा नहीं होगी। पूरे मंदिर परिसर की धुलाई सुबह में फिर से की जाएगी।
टिनप्लेट काली मंदिर
टिनप्लेट काली मंदिर में पूर्व की तरह ही पूजा अर्चना हो रही। पहले से ही यहां बिना मास्क के प्रवेश निषेध है। सुबह छह बजे से मंदिर दोपहर 12 बजे भक्तों के लिए खुला रहेगा। आरती आकर्षण का केंद्र होगी। शाम चार बजे से रात आठ बजे तक मंदिर खुला रहेगा।
जादूगोड़ा रंकिणी मंदिर
जादूगोड़ा रंकिणी मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए शहर से सैकड़ों लोग जाते हैं। यह मंदिर सुबह छह बजे से रात के आठ बजे तक खुला रहेगा। थाना प्रभारी द्वारा मंदिर परिसर में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए गुरुवार को निरीक्षण किया तथा कई निर्देश भी दिए। मंदिर के सामने बैरिकेडिंग भी की गई।