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मार्च के पहले पखवाड़े लगातार छह दिन बंद रहेंगे बैंक, कर लें नकदी का इंतजाम

मार्च के पहले पखवाड़े में होली और हड़ताल की वजह से लगातार छह दिन बैंक बंद रहेंगे। 10 से 15 मार्च तक बैंकों में कामकाज नहीं होगा। इस दौरान नकदी का संकट लोगों को झेलना पड़ सकता है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 03:09 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 09:27 AM (IST)
मार्च के पहले पखवाड़े लगातार छह दिन बंद रहेंगे  बैंक, कर लें नकदी का इंतजाम
मार्च के पहले पखवाड़े लगातार छह दिन बंद रहेंगे बैंक, कर लें नकदी का इंतजाम

जमशेदपुर, जेएनएन। Banks will remain closed for six consecutive days before the first fortnight of March मार्च के पहले पखवाड़े में होली और हड़ताल की वजह से लगातार छह दिन बैंक बंद रहेंगे। 10 से 15 मार्च तक बैंकों में कामकाज नहीं होगा। इस दौरान नकदी का संकट लोगों को झेलना पड़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि लोग नगदी का इंतजाम कर लें। आइए आपको बताते हैं कि किन-किन तारीख को बैंक बंद रहेंगे  और क्‍या हैं बैंक यूनियन की मांग। 

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आठ मार्च को रविवार की वजह से बैंक बंद रहेंगे। बैंक सोमवार को खुलेंगे और फ‍िर 10 मार्च को होली की छुट्टी की वजह से बंद रहेंगे। 11 से 13 मार्च तक यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने हड़ताल का आह्रवान कर रखा है। 14 मार्च को माह का दूसरा शनिवार और रविवार को साप्‍ताहिक अवकाश की वजह से बैंकों में कामकाज नहीं होगा। इस तरह बैंक लगातार छह दिन बंद रहेंगे। लंबी बंदी की वजह से एटीएम में कैश की किल्‍लत हो सकती है। 

चालू वर्ष में तीसरी हड़ताल

मांगों के समर्थन में चालू वर्ष में बैंकों की यह तीसरी हड़ताल होगी। 31 जनवरी और 1 फरवरी को बैंकों की हड़ताल थी और 2 फरवरी को साप्‍ताहिक अवकाश था। इस वजह से बैंक लगातार तीन दिन बंद रहे थे। हड़ताल की वजह से बैंक प्रबंधन के दावे के उलट एटीएम ने कैश उगलना बंद कर दिया था और लोगों को नगदी संकट से जूझना पड़ा था। 

क्‍या है बैंककर्मियों की मांग

  • वर्ष  2012 के बाद से वेतन रिवाइज नहीं हुई है। जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों की सैलरी हर पांच साल में रिवाइज होती है।
  • बैंककर्मी सैलरी रिवाइज करके 20 प्रतिशत इजाफे की बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं।
  • बैंककर्मी सप्‍ताह में पांच दिन ही काम की मांग कर रहे हैं। 
  • बैंककर्मी मूल वेतन  में स्पेशल भत्ते जोड़ने की भी मांग कर रहे हैं।  
  • एनपीएस खत्म करने की मांग है।
  • परिवार को मिलने वाली पेंशन में सुधार की मांग है।
  • स्टाफ वेलफेयर फंड का परिचालन लाभ के आधार पर बांटने की मांग भी प्रमुख है।  
  • सेवानिवृत्त  होने पर मिलने वाले लाभ को आयकर से बाहर करने की मांग की जा रही है।  
  • कॉन्ट्रेक्ट और बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट के लिए समान वेतन की भी मांग हो रही है। 

सांसद को सौंपा ज्ञापन

 

जमशेदपुर के सांसद विद्युतवरण महतो को ज्ञापन सौंपते बैंक यूनियनों के प्रतिनिधि। 

27 माह से लंबित वेतन समझौते पर समर्थन के लिए बैंक कर्मचारियों ने गुरुवार को जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो को  ज्ञापन सौपा। बैंक कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधि सांसद से उनके कार्यालय में मिले और  ज्ञापन सौंपाकर 27 माह से लंबित वेतन समझौते पर संसद में बैंक कर्मचारियों का समर्थन करने और उनकी मांगों को संसद में उठाने का आग्रह किया।  

 बैंककर्मियों ने किया प्रदर्शन

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले बिष्टुपुर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाहर बैंककर्मियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान 11 से 13 मार्च को हड़ताल पर रणनीति तय की गई। 29 फरवरी को इंडियन बैंक एसोसिएशन व यूनियन की बुलाई गई बैठक पर भी चर्चा हुई। प्रदर्शन के दौरान तय हुआ कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती बैंक कर्मचारी चरणबद्ध तरीके से अपना आंदोलन जारी रखेंगे। अर्थव्यवस्था पर होने वाले नुकसान के लिए बैंक एसोसिएशन व केंद्र सरकार जिम्मेदार होंगे। इस मौके पर यूएफबीयू के संयोजक रिंटू रजक, ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोएिशन के राज्य समिति महासचिवआरके सहाय, उप महासचिव सपन अदक, प्रेम लाल साहू, टी शशि, रामजी प्रसाद, हीरा अरकने सहित बड़ी संख्या में विभिन्न बैंकों के कर्मचारी उपस्थित थे। 


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