Jharkhand Assembly Election 2019 : चार साल में भी पानी नहीं उगल रहा बागबेड़ा जलापूर्ति प्लांट Jamshedpur News
Jharkhand Assembly Election 2019. पोटका विधानसभा क्षेत्र के बागबेड़ा में हर साल गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचता है। यहां जलापूर्ति प्लांंट चार साल में भी पानी नहीं उलग सका।
जमशेदपुर, जासं। Jharkhand Assembly Election 2019 बागबेड़ा जलापूर्ति योजना का शिलान्यास जब 18 अप्रैल 2015 को बागबेड़ा के फुटबाल मैदान पर हुआ था तो बागबेड़ा वासियों को लगा था कि तीन साल में उन्हें पानी मिलने लगेगा। लेकिन, ठीकेदार के सुस्त काम करने और रेलवे से एनओसी मिलने में देर होने से 100 करोड़ रुपये की लागत वाली इस बागबेड़ा जलापूर्ति प्लांट का काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है। पोटका विधानसभा क्षेत्र का ये वो बड़ा मुद्दा है, जो विधानसभा चुनाव में इलाके के लोगों की जुबान पर रहेगा।
बागबेड़ा जलापूर्ति योजना का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट गिदीझोपड़ी में बन रहा है। यहां प्लांट का काम 90 फीसद पूरा हो गया है। बागबेड़ा में पांच ओवर हेड टैंक भी बन कर तैयार हैं। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को स्वर्णरेखा में दोमुहानी के इंटक वेल से पानी दिया जाएगा। इसके लिए दोमुहानी से गिदीझोपड़ी तक राइजिंग पाइप बिछाया जाना है। अभी राइजिंग पाइप बिछाने का काम शुरू नहीं हो पाया है। राइजिंग पाइप बिछाने में कई महीने लग जाएंगे। क्योंकि दोमुहानी से बागबेड़ा के गिदीझोपड़ी वाटर प्लांट तक 10 किलोमीटर राइजिंग पाइप बिछाया जाना है।
बरसात के चलते खरकई पर पुल का काम ठप
दोमुहानी से राइजिंग पाइप टॉल ब्रिज होते हुए आदित्यपुर जाएगा। इसके बाद खरकई पर ब्रिज बना कर इससे पाइप को बागबेड़ा ले जाया जाएगा। लेकिन, अब तक पुल का निर्माण नहीं हो पाया है। बरसात के चलते पुल का निर्माण कार्य ठप है।
इंटकवेल का काम भी है अधूरा
दोमुहानी में इंटकवेल का निर्माण भी अभी पूरा नहीं हो पाया है। इंटकवेल का 70 फीसद ही निर्माण अब तक हुआ है। जिस तरह सुस्ती से इंटकवेल का काम चल रहा है, माना जा रहा है कि इसका निर्माण पूरा होने में अभी चार-पांच महीने लग जाएंगे।
रेलवे की बस्तियों में पाइप बिछाने का काम अधूरा
रेलवे की तकरीबन 35 बस्तियों में जलापूर्ति योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। जहां जेसीबी पहुंच रही है वहां तो पाइपलाइन बिछा दी गई है। लेकिन, कई इलाके ऐस हैं जहां जेसीबी नहीं जा पा रहा है। इन इलाकों में मजदूर लगा कर पाइपलाइन बिछानी होगी। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने अभी तक यहां मजदूर लगा कर पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू नहीं कराया है।
जमशेदपुर से रांची तक हुआ था पैदल मार्च
बागबेड़ा में गर्मी में पानी की जबर्दस्त किल्लत होती है। यहां जलापूर्ति योजना की मांग कई साल से हो रही थी। जलापूर्ति योजना की मांग को लेकर बागबेड़ा महानगर विकास समिति ने आंदोलन चलाया। समिति के अध्यक्ष सुबोध झा ने बागबेड़ा के लोगों के साथ जमशेदपुर से रांची विधानसभा तक पैदल मार्च भी किया। उनके संघर्ष के बाद सरकार ने बागबेड़ा और छोटा गोविंदपुर में 237 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना का तोहफा दिया था।
बागबेड़ा में हर साल गर्मी में पानी के लिए मचता है हाहाकार
- तकरीबन ढ़ाई लाख लोगों तक पानी पहुंचाएगा बागबेड़ा जलापूर्ति प्लांट
- बागबेड़ा में 18.27 किलोमीटर लंबा बिछाया गया है जलापूर्ति का पाइप
- 37 मिलियन लीटर प्रति दिन की क्षमता है बागबेड़ा जलापूर्ति प्लांट की
यहां बनी हैं जलमीनार
गिदीझोपड़ी, परसुडीह बाजार समिति, मतलाडीह, घाघीडीह जेल के सामने और कीताडीह चर्च के पास