बंध्याकरण शिविर की राशि दिलाने के नाम पर ग्रामीण महिलाओं से ठगी का प्रयास, परिवार कल्याण संस्थान से जुड़ी महिला को बनाया बंधक
2017 में बंध्याकरण शिविर लगभग सभी प्रखंडों में लगाया गया था। इसके लाभुकों को आज तक राशि नहीं मिल पाई। इस राशि को दिलाने के लिए परिवार कल्याण संस्थान टेल्को के एक एजेंट के रूप में कार्य करने वाली महिला शुक्रवार की सुबह धालभूमगढ़ प्रखंड के चोईरा गांव पहुंची।
धालभूमगढ़ (संवाद सूत्र)। 2017 में बंध्याकरण शिविर लगभग सभी प्रखंडों में लगाया गया था। इसके लाभुकों को आज तक राशि नहीं मिल पाई। इस राशि को दिलाने के लिए परिवार कल्याण संस्थान जमशेदपुर टेल्को के एक एजेंट के रूप में कार्य करने वाली महिला माया शर्मा शुक्रवार की सुबह धालभूमगढ़ प्रखंड के चोईरा गांव पहुंची। माया शर्मा ने ग्रामीण महिलाओं को वर्ष 2017 के बंध्याकरण शिविर की राशि देने की बात कहकर महिलाओं से तीन-तीन सौ रुपए लेने लगी। इसकी जानकारी गांव की स्वास्थ्य सहिया को मिलने पर वह भी इस महिला के के पास पहुंची, डांट फटकार लगाई। इसके बाद चोईरा गांव की महिलाओं ने माया शर्मा नामक महिला को घंटों बंधक बनाया। शुक्रवार सुबह माया शर्मा नामक महिला बंधनी मुंडा, तुही मुर्मू, शर्मिला मुंडा, कल्पना मुंडा आदि महिलाओं से 200-300 रुपए वसूली कर उन महिलाओं को सरकार द्वारा दस हजार रुपए की सहायता राशि व पेंशन देने की बात कही। इसकी सूचना जब स्वास्थ्य सहिया नमिता कर्मकार को मिली तो वे पहुंचकर मामले की जानकारी ली एवं उक्त महिला को जमकर फटकार लगाई। महिला को बंधक की सूचना पर धालभूमगढ़ थाना के पीएसआइ तरुण कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल चोईरा गांव पहुंची एवं महिलाओं से मामले की जानकारी ली। इसके बाद ग्रामीण महिलाओं की राशि को वापस करवाया गया। ठगी करने पहुंची माया शर्मा को जीप में बैठाकर थाना ले जाया गया। पीएसआइ तरुण कुमार ने बताया कि उनके बैग में रखे कागजाें की जांच पड़ताल करने पर पता चला कि उक्त महिला पश्चिम बंगाल की सिल्दा गांव की रहने वाली है और वह परिवार कल्याण संस्थान टेल्को जमशेदपुर में एजेंट के रूप में कार्यरत थी। बंध्याकरण के एवज में उन्हें संस्था द्वारा कमीशन प्रदान किया जाता था, लेकिन इस महिला का कार्यक्षेत्र जमशेदपुर था। धालभूमगढ़ आकर महिलाओं को बहला-फुसला कर ठगी करने का प्रयास कर रही थी। इस महिला द्वारा ग्रामीणों से ली गई राशि को महिला को वापस करा दिया गया है। माया शर्मा का पति सिल्दा में ही बढ़ई का कार्य करता है। परिजनों के धालभूमगढ़ थाना पहुंचने के बाद महिला माया को उनके सुपुर्द कर दिया जाएगा।