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लाइसेंसी पिस्तौल से एएसआई ने खुद को गोली मार कर ली थी खुदकुशी, अब बैलेस्टिक जांच को भेजा गया हथियार

गोलमुरी पुलिस लाइन के फ्लैट में सहायक अवर निरीक्षक सह राष्ट्रीय हैंडबाल खिलाड़ी तरुण कुमार पांडेय ने विगत 10 अगस्त की शाम लाइसेंसी पिस्तौल से कनपट्टी में खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। गोली सिर से आर-पार हो गई थी।

By Jitendra SinghEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 10:22 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 10:22 AM (IST)
लाइसेंसी पिस्तौल से एएसआई ने खुद को गोली मार कर ली थी खुदकुशी, अब बैलेस्टिक जांच को भेजा गया हथियार
खुदकुशी करने वाले सहायक अवर निरीक्षक तरुण कुमार पांडेय

अन्वेश अंबष्ट, जमशेदपुर : गोलमुरी पुलिस लाइन के फ्लैट में सहायक अवर निरीक्षक सह राष्ट्रीय हैंडबाल खिलाड़ी तरुण कुमार पांडेय ने विगत 10 अगस्त की शाम लाइसेंसी पिस्तौल से कनपट्टी में खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। गोली सिर से आर-पार हो गई थी। घटना के समय मृतक के दाहिने हाथ में पिस्तौल थी। 27 जून को ही पुलिस अधिकारी की शादी पटना कंकडबाग की ज्योति के साथ हुई थी।

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पुलिस विभाग में आने से पहले तरुण पांडेय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में थे। गोलमुरी थाना में मृतक की पत्नी की शिकायत पर अस्वाभाविक मौत की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पत्नी ने उस वक्त पुलिस को बताया था कि पति तनाव में रहते थे। कोरोना काल में होम क्वारंटाइन में रहने के बावजूद बाहर जाने का प्रयास करते थे। वह अधिक बात नहीं करते थे। इस मामले में पुलिस ने मृतक की पिस्टल की बैलेस्टिक जांच, घटनास्थल से एकत्र किए गए फिंगरप्रिंट, रक्त, कपड़े और अन्य नमूने को अदालत के आदेश पर फोरेंसिक जांच को फोरेंसिक विभाग, रांची को भेज दिया है। रिपोर्ट के आधार पर ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।

मृतक के पिता बीएस पांडेय ने घटना के कुछ दिन बाद जमशेदपुर के एसएसपी एम तमिल वानन से मुलाकात की थी। एसएसपी को बताया बेटे ने खुदकुशी नहीं की। उनके बेटे की हत्या हुई है। हत्या का आरोप मृतक की पत्नी पर लगाया था। बहू पर गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। मोबाइल के काल डिटेल की भी जांच कराने का आग्रह किया था।

मृतक बिहार के नालंदा जिले के परवलपुर प्रखंड के हरिपुर के निवासी थे। एसएसपी ने जांच का आश्वासन दिया था। फोरेंसिक जांच और पिस्टल की बैलेस्टिक जांच से सबकुछ साफ हो जाएग। बैलेस्टिक जांच रिपोर्ट बताएंगी की जब्त पिस्टल से गोली चली थी या नहीं। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी से फोरेंसिक जांच रिपोर्ट सामने आएगी। तभी पता चलेगा कि पिस्तौल से कितनी दूर से गोल चली। गोली के जख्म के निशान, साइज, फिंगरप्रिट की रिपोर्ट के बाद बहुत कुछ स्पष्ट हो जाएगा। वैसे अब तक पुलिस मामले को खुदकुशी ही मान रही है।


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