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चरमराई शिक्षा व्यवस्था, सभी पारा शिक्षक हड़ताल पर

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला में पारा शिक्षकों की हड़ताल का सीधा असर स्कू

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 07:32 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 07:32 PM (IST)
चरमराई शिक्षा व्यवस्था, सभी पारा शिक्षक हड़ताल पर
चरमराई शिक्षा व्यवस्था, सभी पारा शिक्षक हड़ताल पर

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला में पारा शिक्षकों की हड़ताल का सीधा असर स्कूलों में दिखाई पड़ने लगा है। सोमवार को विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत सभी पारा शिक्षक हड़ताल पर रहे हैं। जिला में कुल 2198 पारा शिक्षक है और इसमें 48 पारा शिक्षक प्राथमिक शिक्षा में डिप्लोमा (डीएलएड) का प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन शिक्षकों को छोड़कर सभी पारा शिक्षक हड़ताल में रहे।

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इस संबंध में जिला शिक्षा विभाग ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को सोमवार की शाम को रिपोर्ट भेज दी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार ने इस रिपोर्ट की पुष्टि की है। नवसृजित प्राथमिक स्कूलों और प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में पारा शिक्षकों की हड़ताल का सीधा असर दिख रहा है। प्रतिनियुक्ति के बाद नवसृजित स्कूलों में भी एक सरकारी शिक्षक अलग-अलग वर्ग के बच्चों को पढ़ा पाने में असमर्थ ही दिखे।

कई स्कूलों में बच्चे शिक्षक का इंतजार करते दिखे। एक-एक स्कूल में बच्चों को कक्षाओं को समायोजित कर बैठाया गया।

2000 पारा शिक्षकों को नोटिस :

जिला शिक्षा विभाग की ओर से 2000 पारा शिक्षकों को नोटिस भेजा गया है। स्थायीकरण और समान काम, समान वेतन की माग को लेकर हड़ताल कर रहे पारा शिक्षकों के पास हड़ताल से वापस लौटने के लिए मंगलवार का दिन अंतिम मौका होगा। मंगलवार तक की सभी स्कूलों के पारा शिक्षकों की उपस्थिति रिपोर्ट देखकर दूसरी नोटिस जारी होगी। जिला शिक्षा अधीक्षक बृजमोहन कुमार ने कहा कि इसके बाद बर्खास्तगी का प्रस्ताव जिला शिक्षा विभाग भेजेगा। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों से रोजाना रिपोर्ट ली जा रही है।

पारा शिक्षकों का बीआरसी पर धरना : जमशेदपुर प्रखंड के पारा शिक्षकों ने साकची स्थित प्रखंड संसाधन केंद्र में अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखा तथा सोमवार को भी धरना दिया। इस दौरान वे अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी कर रहे थे।

डीएलएड शिक्षक लेंगे पारा शिक्षकों की जगह : पारा शिक्षकों की हड़ताल के कारण शिक्षा व्यवस्था और प्रभावित न हो इसका पूरी तैयारी शिक्षा विभाग की ओर से की गई है। स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया गया है। जारी पत्र के अनुसार पूर्वी सिंहभूम जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार में एनआइओएस केंद्रों से डीएलएड का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी शिक्षकों को पारा शिक्षकों की जगह पठन-पाठन कार्य में लगाने का निर्देश दिया गया है। पूर्वी सिंहभूम जिला में कुल 2554 शिक्षक डीएलएड का प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसमें 48 पारा शिक्षक भी शामिल है। इन 48 पारा शिक्षकों ने हड़ताल में शामिल न रहने का घोषणा पत्र शिक्षा विभाग को समर्पित किया है। एक-दो दिनों में ही इन शिक्षकों का विभिन्न स्कूलों में कर दिया जाएगा। मालूम हो कि जिले में पारा शिक्षकों की संख्या 2198 है। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले इन शिक्षकों को योगदान कराकर शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से पटरी पर लाये जाने की योजना शिक्षा विभाग ने तैयार कर ली है।

प्रभावित न हो ई-विद्यावाहिनी : डीईओ

पूर्वी सिंहभूम जिले में पारा शिक्षकों की हड़ताल के कारण ई विद्यावाहिनी योजना प्रभावित न हो इस पर निगरानी करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) शिवेंद्र कुमार ने सभी प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों (डीईओ) को दिया है। यह निर्देश बीईईओ के साथ शिक्षा विभाग के कार्यालय में हुई बैठक के दौरान दिया गया। बैठक के दौरान डीईओ ने कहा कि हर हाल में 15 दिसंबर से 60 फीसद छात्रों व पूरी तरह से शिक्षकों की संख्या को अपलोड कर लेना है। उन्होंने कहा कि चूंकि शिक्षा विभाग के सारे कार्य इस योजना के तहत होने है, इस कारण इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें। इसके अलावा उन्होंने पारा शिक्षकों की हड़ताल से स्कूल बंद न हो इसकी वैकल्पिक व्यवस्था करें। किसी भी हाल में एमडीएम बंद न हो। यदि एमडीएम बंद होता है तो संबंधित प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी दोषी समझे जाएंगे।


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