सरायकेला-खरसावां के शिक्षकों को संघ का निर्देश, कोई न जाएं स्कूल; पदाधिकारियों से हम निबटेंगे
All Jharkhand Primary Teachers Association instruction. अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे स्कूल न जाएं और घर से ही ऑनलाइन पठन-पाठन का कार्य करें। बाद में जो होगा संघ विभाग के पदाधिकारियों से निबट लेगा।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के प्राइमरी व मिडिल स्कूल के शिक्षकों को रोस्टर के अनुसार स्कूल जाने के निर्देश पर शिक्षक संघ ने कड़ा रूख अपनाया है। शिक्षकों द्वारा अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष व महासचिव को इसकी शिकायत की गई थी। इसके बाद संघ के प्रदेश महासचिव राममूर्ति ठाकुर की ओर से शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे स्कूल न जाएं और घर से ही ऑनलाइन पठन-पाठन का कार्य करें।
उन्होंने कहा है कि कोविड के इस सेकेंड वेब में सारे शैक्षणिक प्रतिष्ठान व सरकारी कार्यालय तक बंद हैं, ऐसे में सरायकेला-खरसावां जिला के जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा दिया गया आदेश सरकार के निर्णय के विरूद्ध है। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर उनकी ड्यूटी कोविड कार्य में नहीं लगाई गई है तो वे घर से कार्य करें। बाद में जो होगा संघ विभाग के पदाधिकारियों से निबट लेगा। संघ ने शिक्षकों से अपील की है कि वे कोरोना के इस सेकेंड वेब में घर में सुरक्षित रहकर कोविड नियंत्रण के कार्य में अपनी भागीदारी निभाएं।
ये है वजह
झारखंड सरकार के आदेश के बाद कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम के सभी स्कूल बंद हो गए हैं। जिला के पदाधिकारियों ने स्कूलों को बंद कर घर से ही ऑनलाइन क्लास करने की अनुमति दे दी है, वहीं पड़ोसी जिला सरायकेला खरसावां में प्राइमरी व मिडिल स्कूल के शिक्षकों को स्कूल जाना पड़ रहा है। यहां के जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा कोई स्पष्ट आदेश नहीं दिए जाने के कारण लगभग दो हजार शिक्षक परेशान हैं। शिक्षकों को कहना है कि जब सरकार के मुख्य सचिव के द्वारा निर्देश जारी करके सभी तरह के पठन पाठन कार्य बंद करने का आदेश दिया तो जिला में रोस्टर के अनुसार क्यों प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के द्वारा शिक्षकों को स्कूल में बुलाया जा रहा है। इस सबंध में गम्हरिया प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानन पात्रा ने कहा है कि वर्तमान में लॉकडाउन नहीं लगाया है, बल्कि यह स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह है। वही उनके विभाग का जो पूर्व में आदेश पत्र जारी हुआ है उनके अनुसार शिक्षकों को रोस्टर के अनुसार स्कूल आना होगा। स्कूलों को पूर्ण रूप से बंद करने का फैसला हम अपने स्तर से नहीं कर सकते।