गुदड़ी नरसंहार : बोले हेमंत-जांच के बाद पता चलेगा कि मामला पत्थलगड़ी का या कुछ और Jamshedpur News
मीडिया से बात करते हुए हेमंत ने कहा कि सरकार की नजर लगातार बनी हुई है। इस घटना में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जमशेदपुर (जेएनएन)। पश्चिम सिंहभूम के बुरुगुलीकेला गांव में नरसंहार पीडि़तों से मिलने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार की शाम को पहुंचे। उन्होंने गांव के लोगों से बातचीत कर घटना के बारे में जानकारी ली।
बाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की नजर लगातार बनी हुई है। इस घटना में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। फिलहाल इस बात की जानकारी सामने आने बाकी है कि इतनी बड़ी घटना के पीछे कारण क्या थे। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि मामला पत्थलगड़ी का था या कुछ और। उसी हिसाब से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
यह कार्रवाई कबतक होगी, इस सवाल पर हेमंत ने कहा कि विशेष जांच समिति गठित की जा चुकी है। हमने जल्द से जल्द यानि चार से पांच दिन में रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलने पर ही पता चलेगा कि वास्तव में मामला क्या है। इसलिए फिलहाल एसआइटी जांच रिपोर्ट का इंतजार करना होगा। मुख्यमंत्री के साथ विधायक जोबा माझी, पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त अरवा राजकमल, पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।
पश्चिमी सिंहभूम जिला अंर्तगत गुदड़ी प्रखंड के गुलीकेरा पंचायत के बुरुगुलीकेरा गांव पहुंचकर वे सीधे मृतकों के आश्रितों के पास पहुंचे। उनके पास जमीन पर बैठकर इस निर्मम घटना की जानकारी ली। हेमन्त सोरेन ने कहा कि सरकार इस विपदा की घड़ी में उनके साथ है। हम हर सम्भव सहायता देंगे। मुख्यमंत्री ने जिले के डीसी अरवा राजकमल एवं पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा को परिवारों की सुरक्षा एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं को उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया गया।
पुलिस सूचना तंत्र को प्रभावी बनाया जायेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना की जांच के के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। एक तय समय सीमा में घटना के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य में पूरे राज्य में ऐसी घटना को रोकने के लिए पुलिस सूचना तंत्र को प्रभावी बनाया जाए। ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए।
जल्द विधवा पेंशन देने के लिए एक नई व्यवस्था शुरू होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना बहुत ही हृदय विदारक है और मुझे इस बात की बहुत तकलीफ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा विधवा पेंशन देने के लिए एक नई व्यवस्था बनाई जा रही है इसके तहत विधवा माताओं को परिवार के सदस्यों एवं बच्चों के अनुसार पेंशन की राशि तय करते हुए भुगतान किया जाएगा।
दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई
मृतकों के परिवारों से मिलने के उपरांत संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जनता के जान माल की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगी। यह पूरा झारखंड राज्य मेरा घर है और यहां के वासी मेरे परिवार के सदस्य हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा गया कि राज्य में कानून व्यवस्था सबसे ऊपर है और किसी भी व्यक्ति को कानून तोड़ने का कोई भी अधिकार नहीं है एवं दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। पूरा झारखंड राज्य मेरा घर है और यहां के वासी मेरे परिवार के सदस्य हैं। मुख्यमंत्री ने कहा गया कि राज्य में कानून व्यवस्था सबसे ऊपर है और किसी भी व्यक्ति को कानून तोड़ने का कोई भी अधिकार नहीं है एवं दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। कानून तोड़ने वालों से सरकार व पुलिस सख्ती से निपटेगी चाहे वह कोई भी हो।
मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि थाना स्तर पर कार्यशैली में सुधार लाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। यह भी कहा है कि पुलिस हर जगह नहीं रह सकती है, लेकिन पुलिस की कार्यशैली ऐसी होनी चाहिए कि जनता का भरोसा उसपर मजबूती से बना रहे। इसी तरह अपराध करने वाले और कानून तोड़ने वालों में पुलिस की दहशत रहे। कानून सबसे उपर है।
लौटकर राज्यपाल से मिले सीएम व्यक्त की व्यथा
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज भवन पहुंंच कर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से अपने चाईबासा भ्रमण की जानकारी साझा की। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से कहा कि पश्चिमी सिंहभूम जिला अंर्तगत गुदड़ी प्रखंड के गुलीकेरा पंचायत के बुरुगुलीकेरा गांव में हुई 7 ग्रामीणों की निर्मम हत्या से मन व्यथित है। उन्होंने राज्यपाल से अनुरोध किया कि घटना से व्यथित मन को देखते हुए शुक्रवार को होने वाले मंत्रियों के शपथ ग्रहण की तारीख को टाल दिया जाय।