झाटीझरना पहुंचा प्रशासनिक अमला, कई मामले निष्पादित
बंगाल सीमा से सटे नक्सल प्रभावित घाटशिला प्रखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र झांटीझरना पंचायत में सोमवार को आपका अधिकारआपकी सरकार आपकी द्वार कार्यक्रम आयोजित हुआ। प्रखंड कार्यालय की ओर से शिविर लगाकर पंचायत के लोगों की समस्या का निराकरण किया गया।
संवाद सूत्र, गालूडीह : बंगाल सीमा से सटे नक्सल प्रभावित घाटशिला प्रखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र झांटीझरना पंचायत में सोमवार को आपका अधिकार,आपकी सरकार, आपकी द्वार कार्यक्रम आयोजित हुआ। प्रखंड कार्यालय की ओर से शिविर लगाकर पंचायत के लोगों की समस्या का निराकरण किया गया। सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के लाभ लेने के लिए ग्रामीणों ने शिविर में लगाया गया स्टाल में आवेदन जमा किया जो कि 15 दिन के अंदर आवेदन का जांच कर निराकरण किया जाएगा। शिविर के माध्यम से प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार एस अभिनव, अंचलाधिकारी राजीव कुमार, पार्षद देवयानी मुर्मु, मुखिया सुकुमार सिंह ने ग्रामीणों को सरकार की योजना संबंधित जानकारी दिया। शिविर में उपस्थित ग्रामीणों को जानकारी देते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार अभिनव ने कहा जिसका नाम दर्ज नही है वैसे ग्रामीण आवेदन जमा करे, विधवा पेंशन के लिए 18 वर्ष से 59 वर्ष वाले महिला आवेदन करे, 60 वर्ष वाले वृद्धा पेंशन का हकदार होंगे। बीडीओ ने कहा सभी लोग ई-श्रम कार्ड के पंजीयन जरूर कराए, ई-कार्ड पंजीकरण के लाभुकों को दो लाख तक बीमा राशि लाभ मिलेगा। शिविर में मुखिया सुकुमार सिंह, पार्षद, बीडीओ एवम सीओ ने 200 लाभुकों के बीच कंबल का वितरण किया, साथ ही 35 लाभुकों के बीच पेंशन स्वीकृति प्रमाण पत्र का वितरण किया। सीआइएसएफ जादूगोड़ा यूनिट में जवानों के लिए सकरात्मक सत्र का आयोजन : केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) की ओर से यूसिल जादूगोड़ा यूनिट में अपने जवानों के मानसिक स्थिति को सुधार करने को ले एक सत्र आयोजित की गई। अपने दिमाग को किस तरह से शांत रखना है और किस तरह से दिमाग का बेहतर और सकारात्मक दिशा में इस्तेमाल किया जाना है इसके बारे में जानकारी दी गई। यूनिट के 50 साल पूरे होने और आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर इसका आयोजन किया गया। एक्सएलआरआइ के सीनियर प्रो. डा. सुनील कुमार षाड़ंगी ने यहां के जवानों को ट्रेनिग दी। इस दौरान स्वजागरूकता, खुद को रेगुलेशन करने, ऊर्जा को बढ़ाने के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। सीआइएसएफ के सीनियर कमांडेंट हरिओम गांधी ने एक्सएलआइआर के प्रोफेसर की तारीफ की और कहा कि मानसिक तौर पर जवानों को बेहतर करने के लिए इस तरह के कदम से लाभ हो होगा। सभी को अपने इमोशन को कंट्रोल करने, खुद से दूरी बनाकर बातचीत करने, मेंटल और इमोशनल चीजों को किस तरह से संभालना है इसके बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।