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उपायुक्त को देखकर भागने लगे बिचौलिए व दलाल

जमशेदपुर प्रखंड कार्यालय में बुधवार दोपहर उस समय अफरातफरी मच गई जब उपायुक्त सूरज कुमार का वाहन प्रखंड कार्यालय परिसर में प्रवेश किया। डीसी को देखते ही बिचौलिए व दलाल भागने लगे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Jan 2021 07:30 AM (IST)Updated: Thu, 07 Jan 2021 07:30 AM (IST)
उपायुक्त को देखकर भागने लगे बिचौलिए व दलाल
उपायुक्त को देखकर भागने लगे बिचौलिए व दलाल

जासं, जमशेदपुर : जमशेदपुर प्रखंड कार्यालय में बुधवार दोपहर उस समय अफरातफरी मच गई, जब उपायुक्त सूरज कुमार का वाहन प्रखंड कार्यालय परिसर में प्रवेश किया। डीसी को देखते ही बिचौलिए व दलाल भागने लगे। इस क्रम में उपायुक्त के इशारे पर करीब दो दर्जन लोगों को परसुडीह थाना की पुलिस ने हिरासत में ले लिया और पूछताछ के लिए थाना ले गई। इनमें से एक ऐसा युवक भी था जो अपने आप को प्रखंड का कर्मचारी बता रहा था। सत्यापन के लिए जब उसके आइ कार्ड की जांच की गई तो वह फर्जी निकला। युवक अपने आप को कंप्यूटर आपरेटर बता रहा था।

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डीसी ने घुसते ही बंद कराया मुख्य गेट

जमशेदपुर प्रखंड कार्यालय के अंदर प्रवेश करते ही उपायुक्त ने मुख्य गेट पर जवान को तैनात कर दिया। किसी भी व्यक्ति को परिसर से बाहर नहीं जाने देने का आदेश दिया। उपायुक्त ने प्रखंड व अंचल के एक-एक कार्यालय में जाकर कर्मचारियों से पूछताछ की। कुछ कर्मचारी ड्यूटी करते पाए गए तो कई का कार्यालय बंद था। वही प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवीण कुमार और अंचल अधिकारी अनुराग तिवारी भी अनुपस्थित पाए गए। कर्मचारियों ने बताया कि अंचलाधिकारी छुट्टी पर हैं, जबकि प्रखंड विकास पदाधिकारी फील्ड विजिट में निकले हुए हैं। प्रखंड कार्यालय के मुख्यद्वार पर अवैध रूप से फॉर्म बेचने वाले लोगों को भी खदेड़ा गया। परसुडीह थाना में पूछताछ के बाद कई लोगों को पीआर बांड पर छोड़ा गया, जबकि कई से पूछताछ जारी है।

उपायुक्त ने कहा कि कहीं बिचौलिए प्रखंड में हावी तो नहीं हैं। आम लोगों को किसी तरह की परेशानी तो नहीं हो रही। कुछ लोगों को शक के आधार पर पकड़ा गया है। उनसे एसडीओ कार्यालय में आने का कारण जानेंगे। सही जवाब नहीं मिलने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी साथ ही निरीक्षण के दौरान सुपरवाइजरी ऑफिसर नहीं दिखे। अंचलाधिकारी अवकाश पर हैं, जिसकी जानकारी उन्हें नहीं है। ऐसे में उन सभी पदाधिकारियों से कारण पूछा जाएगा। साथ ही जितने कार्यालय बंद हैं, संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा। उचित जवाब नहीं मिलने पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


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