जमशेदपुर में कार-टू व्हीलर प्लांट की संभावना
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आज कार व टू व्हीलर की कंपनियां दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, गु
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर :
आज कार व टू व्हीलर की कंपनियां दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, गुजरात के अलावा दक्षिण भारत में हैं, जबकि पूर्वी भारत अछूता है। जमशेदपुर में इसकी संभावना सबसे ज्यादा है, लेकिन यहां कार या टू व्हीलर की कोई कंपनी नहीं है। यहां ऑटो इंडस्ट्री का इंफ्रास्ट्रक्चर सबसे पुराना है, लेकिन पता नहीं क्यों, इस ओर किसी को ध्यान नहीं गया।
ये बातें एक्मा (ऑटो कंपोनेंट मैन्यूफैक्चरर एसोसिएशन) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रतन कपूर ने कहीं। बिष्टुपुर के एक होटल में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कपूर ने कहा कि वह इसी संबंध में यहां के ऑटो कंपोनेंट मैन्यूफैक्चरर से बात करने आए हैं। एक्मा चाहती है कि देश की एक-दो बड़ी कार या टू व्हीलर कंपनी यहां प्लांट लगाए, ताकि इस औद्योगिक क्षेत्र का विकास हो सके। वह इस संबंध में झारखंड सरकार से भी बात करेंगे, ताकि वह बड़ी कंपनियों को निवेश के लिए आमंत्रित करें।
म¨हद्रा ने खड़गपुर में वेयरहाउस खोलने की घोषणा की है, जिसका जमशेदपुर की कंपनियां लाभ उठा सकती हैं। हीरो व होंडा फिलहाल 11-12 मिलियन बाइक बना रही हैं, लिहाजा वह भी नया प्लांट लगाने पर विचार कर रही है। यदि ये कंपनियां यहां उत्पादन इकाई खोलती हैं, तो पूर्वी क्षेत्र के लिए बड़ी बात होगी। असम से बांग्लादेश, म्यांमार होते हुए चीन तक सड़क मार्ग का निर्माण होने जा रहा है, इसका लाभ पूरे पूर्वी भारत को मिलेगा। संवाद में किल्लोल कमानी, संजय सब्बरवाल, दीपक डोकानिया समेत करीब 40 कंपनियों के मालिक-निदेशक शामिल हुए, जबकि एक्मा की ओर से रतन कपूर के अलावा डायरेक्टर जेनरल विन्नी मेहता व रीजनल सेक्रेट्री योगिता सत्पथी ने उद्यमियों को संबोधित किया।