दुष्कर्म करने के बाद आराम से चार घंटे तक वार्ड में सोया रहा आरोपित, बेखबर रहे गार्ड Jamshedpur News
उसकी दुस्साहस का आलम यह था कि महिला के विरोध करने पर उसे थप्पड़ तक जड़ दिया। बाद में खुद उसकी बेड पर ही सो गया।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था कितनी लचर है, यह वार्ड में महिला मरीज के साथ हुई दुष्कर्म की घटना से साफ हो गया। घटना के दिन आरोपित गुतु प्रमाणिक नशे हालत में रात 11.30 बजे महिला मेडिकल वार्ड में घुसा।
दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और जाकर महिला के बेड पर सो गया। बिना किसी डर भय के बेड पर सो रही मरीज के साथ दुष्कर्म किया। उसकी दुस्साहस का आलम यह था कि महिला के विरोध करने पर उसे थप्पड़ तक जड़ दिया। अपनी हवस पूरी करने के बाद आरोपित ने पीड़िता को जमीन पर लिटा दिया और खुद बेड पर जाकर सो गया। जिस समय वह इस शर्मनाक कृत्य कर रहा था, उस समय असाध्य रोग से पीड़ित महिला समेत दो महिला मरीज उस वार्ड में भर्ती थीं। उसने उन दोनों को भी धमकाया और आराम से बेड पर सो गया। आरोपित का दुस्साहस देख वे दोनों सहम गईं। सवा चार बजे वह वार्ड से बाहर निकला और आराम से चलता बना।
जघन्य वारदात को अंजाम देने के बाद भी आरोपित चार घंटे तक वार्ड में रहा लेकिन सुरक्षा में लगे होमगार्ड जवानों को भनक तक नहीं लगी। इस अस्पताल में सुरक्षा को चार महिलाओं समेत 30 होमगार्ड जवानों की ड्यूटी लगी रहती है। उधर आरोपित ने पुलिस से कहा कि शराब पीकर वो चल नहीं पा रहा था। इसलिए वह वार्ड में सोने चला गया। नशे की हालत में होने के कारण उसने दुष्कर्म किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- यह घटना राज्य के लिए कलंक
उधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहाहै कि एमजीएम अस्पताल में हुई दुष्कर्म की घटना राज्य के लिए कलंक के समान है। ‘जैसे ही घटना उजागर हुई मैंने जिला पुलिस को एसआइटी गठन करने का आदेश दिया। पुलिस को श्रेय दिया जाना चाहिए कि उसने इतनी जल्दी अभियुक्त को गिरफ्तार भी कर लिया। अब स्पीडी ट्रायल कराकर दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे। यह सबक होगा कि दोबारा कोई ऐसा घृणित कार्य करने से पहले सौ बार सोचे।’
पुख्ता की जाएगी एमजीएम की सुरक्षा : बन्ना गुप्ता
परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि एमजीएम अस्पताल की सुरक्षा पुख्ता की जाएगी। अभी उपायुक्त के माध्यम से अस्पताल अधीक्षक को शोकॉज किया गया है। जवाब आने पर समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि जानकारी के मुताबिक पहले एमजीएम अस्पताल की सुरक्षा में होमगार्ड के 400 जवान प्रतिनियुक्त किए गए थे। अब सरकार ने उन्हें किन कारणों से हटाया, इसका भी पता लगाया जाएगा। अस्पताल में किसी भी अवांछित तत्व को घुसने से रोकना होगा। इसके लिए जो कुछ संभव होगा, किया जाएगा।
25 दिनों से एमजीएम अस्पताल को बना रखा था अपना ठिकाना
एसएसपी ने बताया कि गुतु प्रमाणिक का कोई घर नहीं है। 20-25 दिनों से उसने एमजीएम अस्पताल को ही ठिकाना बना लिया था। अस्पताल परिसर में ही खाना-पीना और सोना करता था और घूमता रहता था। कभी-कभी बिरसानगर में कहीं भी सो जाता था। अस्पताल में वह अपना नाम प्रेम ठाकुर बताता था। सूरज नाम के एक युवक जो अस्तपाल में ही है, उसके पास भी आरोपित आता-जाता था।
घटना के बाद बिरसानगर गया, दूसरे दिन फिर आ गया अस्पताल
पुलिस को आरोपित ने बताया कि घटना के बाद वह बिरसानगर चला गया। वहां रात को रुका। दूसरे दिन (सात मार्च) को अस्पताल आ गया। इस समय तक उसे नहीं मालूम था कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है। जानकारी होने पर उसने सबसे पहले घटना के दिन जिस टी-शर्ट को पहना था, उसे हावड़ा ब्रिज के पास नाले में फाड़ कर फेंक आया और हल्दीपोखर चला गया। सीतारामडेरा के छायानगर और स्टेशन में भी उसने रात बिताई। उसे लगा कि ट्राउजर से वह पकड़ा जाएगा, सो उसने कालिया को दे दिया। कालिया खलासी का काम करता है। आरोपित कई कांड में पहले जेल जा चुका है। कालिया से भी पुलिस ने पूछताछ की। आरोपित का केवल सीसीटीवी फुटेज ही था, कोई कुछ बताने में असमर्थ था।
अपने भाई के नाम पर मोबाइल सिम ले रखा था गुतु प्रमाणिक ने, इसी से आया पुलिस की पकड़ में
गुतु प्रमाणिक ने अपने भाई के नाम से मोबाइल सिम ले रखा था। वह मोबाइल साथ रखता था। पुलिस ने तकनीकी सेल के माध्यम से घटना के दिन घटनास्थल के आस-पास सक्रिय मोबाइल का डिटेल निकाला और उसे सर्वलांस में रखा। तकनीकी सेल में ही मोबाइल का लोकेशन आ गया। जिस मोबाइल का लोकेशन महिला वार्ड के आस-पास अधिक मिला, उसमें गुतु प्रमाणिक की मोबाइल का नंबर भी आ गया। कालिया से उसने बातचीत की थी। पुलिस ने उसे उठा लिया।
उससे पूछताछ की जाती रही। वह आरोपित का ठिकाना जानता था। पुलिस को उसने जरूरी जानकारी दे दी, लेकिन आरोपित पकड़ा नहीं गया। मोबाइल लोकेशन से सूचना मिली कि आरोपित गोलमुरी हावड़ा ब्रिज के पास ही है। पुलिस टीम ने ब्रिज के नीचे से उसे उस वक्त पकड़ लिया जब वह सोया था। पूछताछ में उसने दुष्कर्म की बात कबूल ली और पूरी जानकारी पुलिस को दे दी।
आरोपित की गिरफ्तारी में शामिल टीम के अधिकारी
सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट, सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह, मुख्यालय डीएसपी पवन कुमार, बिष्टुपुर थाना के इंस्पेक्टर राजेश प्रकाश सिन्हा, साकची इंस्पेक्टर कृणाल कुमार, सब इंस्पेक्टर आशुतोष रजक, अब्दुल बस्ती अंसारी, जेनो सुधा तिग्गा, पुलिसकर्मी मुनीर खान और रमेश कुमार रवि।