दुष्कर्म का आरोपित जमशेदपुर का दारोगा रवि रंजन कुमार तीस दिन बाद भी फरार, पुलिस पर उठ रहे सवाल
दुष्कर्म का आरोपित दारोगा तीस दिन बाद भी फरार है। इस वजह से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। पूछा जा रहा है कि आखिर दारोगा पर किसकी मेहरबानी है। पुलिस चाह लेगी तो वह कैसे पकड से दूर रह सकता है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता । दुष्कर्म का आरोपित दारोगा तीस दिन बाद भी फरार है। इस वजह से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। पूछा जा रहा है कि आखिर दारोगा पर किसकी मेहरबानी है। पुलिस चाह लेगी तो वह कैसे पकड से दूर रह सकता है।
पूर्वी सिंहभूम जिले के बिरसानगर थाना में पदस्थापित रवि रंजन कुमार पर बहरागोड़ा की एक महिला ने शादी का झांसा देकर यौन शाेषण करने, तस्वीर लेने, अप्राकृतिक यौनाचार और पति से तलाक लेने के बाद शादी करने का प्रलोभन देने, बिरसानगर थाना के आवासीय परिसर और एक अपार्टमेंट में डेढ़ माह तक पत्नी की तरह रखने और गर्भवती होने पर गर्भपात कराने रखने का आरोप लगाते हुए साकची महिला थाना में आठ जुलाई को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। 30 दिन बीत गए, अब तक दारोगा पुलिस की गिरफ्त से दूर है। वहीं गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर महकमे पर सवाल उठ रहे हैं कि दारोगा पर आखिर किसकी मेहरबानी है जो इतने गंभीर आरोप के बावजूद सलाखों से बाहर है। गिरफ्तारी नहीं होने पर पूछे जाने पर एसएसपी एम तमिल वानन का कहना है कि गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है। जल्द ही पुलिस टीम बिहार जाएगी। बता दें कि आरोपित बिहार के समस्तीपुर जिले का निवासी है। मां के बीमार होने की जानकारी देकर वह गांव गया। वहां दूसरे से दो जुलाई को शादी भी कर ली। उस पर लगे आरोप को सुपरविजन में डीएसपी ने सत्यापित भी किया है और गिरफ्तारी के आदेश भी दिए है।
मामले को मैनेज करने के लिए समय दिए जाने की चर्चा
चर्चा है कि आरोपित को मामले को मैनेज करने के लिए समय दिए जा रहे हैं, इस कारण गिरफ्तारी नहीं की जा रही है। फिलहाल मामले में विभाग का आदमी विभाग से दूर है और उस तक कानून के हाथ नहीं पहुंच पा रहे हैं तो चर्चा होना लाजिमी है। दारोगा ने महिला को उसके पति से दबाव देकर यह बोलकर तलाक दिलवा दिया कि वह उससे शादी कर लेगा। दारोगा पर प्राथमिकी दर्ज कराने वाली महिला शादी-शुदा है। उसके बच्चे भी हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से दोनों की दोस्ती हुई। इसके बाद दारोगा झांसा देकर यौन शोषण करता रहा।