Happy Birthday : हिंदी कैलेंडर के अनुसार अपना जन्म दिन मनाते हैं भारतीय जन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मचंद्र पोद्दार
मानगो के रहने वाले धर्मचंद्र पोद्यार का आज जन्म दिन है। वे पिछले 20 वर्षो से समाजसेवा से जुड़े हुए है तथा कई राष्ट्रीय हिंदू संगठनों में पदधारी है। उन्हें अहमदिया मुस्लिम जमात समेत कई संस्थाओं से सम्मान मिल चुका है। वे पहल उषा मार्टिन में कार्य करते थे।
जमशेदपुर, जासं। धर्मचंद्र पोद्दार का जन्म झारखंड की राजधानी रांची में माघ कृष्ण अष्टमी संवत 2008 तदनुसार आंग्ल तिथि 20 जनवरी 1952 को हुआ था। लेकिन इस वर्ष हिंदी कैलेंडर के मुताबिक यह तिथि 25 जनवरी पड़ रही है। पोद्दार प्रतिवर्ष मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष अष्टमी को ही जन्मदिन मानते-मनाते हैं। इनके पिता स्वर्गीय काशी प्रसाद पोद्दार का रांची में
आरा (सॉ) मिल का कारोबार था। लकड़ी का काम किया करते थे। जंगल के जंगल खरीदे जाते थे। तीन आरा मशीन लगातार 24 घंटे चलती थी। कर्मचारी शिफ्ट में काम करते थे। छह ट्रक भी थी। काफी बड़ा व्यवसाय था।
रांची व जमशेदपुर में पढ़ाई
मानगो के पोस्टआफिस रोड निवासी धर्मचंद्र पोद्दार की पढ़ाई रांची व जमशेदपुर में हुई। स्नातक तक की पढ़ाई मारवाड़ी कालेज, रांची, जबकि एलएलबी जमशेदपुर को-आपरेटिव कालेज से की। कॅरियर की शुरुआत कानोडिया केमिकल्स एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जिला सोनभद्र उत्तरप्रदेश से हुई, जहां दो वर्ष तक एकाउंटेंट रहे। इसके बाद उषा मार्टिन लिमिटेड, गम्हरिया जिला सरायकेला-खरसावां में 22 वर्षों तक एकाउंट्स विभाग में एकाउंट असिस्टेंट व बाद में असिस्टेंट मैनेजर (एकाउंट्स) के पदों पर कार्य किया। फिलहाल जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में वकालत कर रहे हैं। इसके साथ-साथ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में आलेख प्रकाशित होते रहते हैं।
इन संस्थाओं से मिल चुका सम्मान
- 2012 में अहमदिया मुस्लिम जमात
- 2019 में राष्ट्रीय प्रेस महासंघ, नई दिल्ली
- 2020 में काशी काव्य संगम वाराणसी
इन संस्थाओं में पदधारक
- राष्ट्रीय अध्यक्ष : भारतीय जन महासभा
- राष्ट्रीय महासचिव : अखिल भारतीय संस्कृति विचार मंच
- उपाध्यक्ष बिहार-झारखंड : गंगा महासभा
- महासचिव : हिंद बलोच फोरम जमशेदपुर
समाजसेवा में करीब 20 वर्ष से सक्रिय
उषा मार्टिन से प्री-मेच्योर रिटायरमेंट लेने के बाद करीब 20 वर्ष से समाजसेवा में सक्रिय हैं। वर्ष 2005 में गंगा महासभा के स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती (तब आचार्य जितेंद्र) से मुलाकात के बाद पूरी तरह समाजसेवा में रम गए। हमने अनेकों बार प्रधानमंत्री, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, शिक्षा मंत्री एवं कानून मंत्री को देश-हित के कार्यो के लिए लिखा। कई बार ट्वीट किया। संघर्ष जारी है।