Aadhar Update : जल्द ही आने वाला है Aadhar 2.0, ब्लॉकचेन व क्वांटम कंप्यूटिंग से होगा लैस
Aadhar 2.0 आधार कार्ड आपके जीवन का आधार है। कई बार इसके सुरक्षा पर सवाल भी उठाए गए हैं। लेकिन अब आधार 2.0 ब्लॉकचेन व क्वांटम कंप्यूटिंग से लैस होने जा रहा है ताकि डेटा साइबर चोरों की नजर से बच सके...
जमशेदपुर। आधार 2.0 जल्द ही आने वाला है। इसमें न सिर्फ क्वांटम कंप्यूटिंग का प्रयोग होगा, बल्कि ब्लॉकचेन का भी उपयोगा होगा। ताकि कोई इसके सुरक्षा में सेंध नहीं लगा सके। हाल ही में हाल ही में UIDAI के सीईओ सौरभ गर्ग ने कहा कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ऐसे समाधानों को देखने के लिए तैयार है जो जरूरत पड़ने पर 'आंशिक प्रमाणीकरण' (partial authentication) को सक्षम कर सकें और इस तरह के समाधानों की मांग के बारे में उद्योग से प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए उत्सुक है।
उद्योग जगत से प्रतिक्रिया चाहते हैं सौरभ गर्ग
आधार जारी करने वाला निकाय ब्लॉकचैन और क्वांटम कंप्यूटिंग के उपयोग की संभावनाएं भी तलाश रहा है। यह 'Aadhar 2.0' की दिशा में पहला कदम है।ह म यह देखने के लिए भी तैयार हैं कि आंशिक प्रमाणीकरण क्या फायदा होता है। कुछ लोग शायद केवल उम्र को सत्यापित करना चाहते हैं, वे इससे अधिक कुछ नहीं देख रहे हैं। गर्ग ने कहा कि ये ऐसी चीजें हैं जिन्हें हम उद्योग से प्रतिक्रिया भी प्राप्त करना चाहते हैं ... किस तरह की मांग है, और हम तदनुसार इस पर काम कर सकते हैं।
आधार का मतलब सिर्फ सत्यापन या फिर इससे बढ़कर
'आंशिक प्रमाणीकरण' की आवश्यकता के एक अन्य उदाहरण का हवाला देते हुए, गर्ग ने कहा कि सत्यापन की आवश्यकता केवल यह पुष्टि करने के लिए हो सकती है कि कोई व्यक्ति किसी विशेष क्षेत्र का निवासी है, न कि पूर्ण पता। कोई सिर्फ यह सत्यापित करना चाहता है कि वह व्यक्ति उस क्षेत्र में रह रहा है या नहीं और उन्हें पता नहीं चाहिए, लेकिन वे सिर्फ एक पुष्टि चाहते हैं कि क्या वह व्यक्ति उस क्षेत्र का निवासी है ... ये ऐसी सेवाएं हैं, जहां हमने अभी तक काम नहीं किया है।
आधार के जरिए 40 करोड़ से अधिक हो रहे बैंकिंग लेनदेन
गर्ग ने आगे कहा कि प्रति दिन पांच करोड़ से अधिक आधार प्रमाणीकरण हो रहे हैं और आधार-सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) के माध्यम से हर महीने 40 करोड़ से अधिक बैंकिंग लेनदेन किए जा रहे हैं। आधार 2.0 के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह तेजी से स्वचालित बायोमेट्रिक मिलान समाधान सुनिश्चित करेगा, जिसमें इकोसिस्टम की सुरक्षा पर प्राथमिक ध्यान दिया जाएगा।
ब्लॉकचेन से होगा आधार का विकेंद्रीकरण
उन्होंने कहा कि प्राधिकरण ब्लॉकचेन और क्वांटम कंप्यूटिंग का लाभ उठाने की संभावनाएं तलाश रहा है। हम देख रहे हैं कि ब्लॉकचेन को क्या पेशकश करनी है, और क्या ब्लॉकचैन का उपयोग किसी भी तरह से विकेंद्रीकृत स्तर के समाधान बनाने के लिए किया जा सकता है।
यह भविष्य में किसी चीज के लिए है लेकिन यह हमारे एजेंडा में है। क्वांटम कंप्यूटिंग में, हमें यह देखने की जरूरत है कि क्या क्वांटम लचीला सुरक्षा समाधान हैं। सुरक्षा संबंधी पहलू सर्वोपरि हैं, उन्होंने कहा कि यूआईडीएआई सूचना सुरक्षा और साइबर सुरक्षा में सुधार के लिए लगातार काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि ' e-sign' और 'Digilocker' जैसी सेवाएं स्टार्ट-अप के लिए जबरदस्त अवसर प्रदान करती हैं।