जमशेदपुर अक्षेस में कचरा, टॉयलेट की सीट भी टूटी Jamshedpur News
शहर में नागरिक सुविधाओं का ध्यान रखनेवाला अक्षेस कार्यालय ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ा रहा है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : शहर की सफाई की जिम्मेदारी संभालने वाले जमशेदपुर अक्षेस में सफाई की हालत बदतर है। अक्षेस कार्यालय ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ा रहा है। यहां-वहां कचरे के ढेर जमा हैं।
यहां का शौचालय भी ठीक नहीं है जिससे यहां आने वालों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। लोगों का मानना है कि जब सफाई और शौचालय की ये हालत जमशेदपुर अक्षेस की है जहां अधिकारी बैठते हैं, तो इसके अन्य इलाकों की क्या स्थिति होगी। यही नहीं, अक्षेस से जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र हासिल करना टेढ़ी खीर है। जमशेदपुर अक्षेस के परिसर के बीच में कचरा फैला हुआ है। इस कचरे में फाइबर की प्लेटें भी हैं। लोगों ने बताया कि ये कचरा यहां कई दिनों से पड़ा हुआ है। इससे बदबू भी उठती है। यहां आने-जाने वालों ने कई बार अधिकारियों को टोका भी लेकिन, किसी ने ध्यान नहीं दिया। अक्षेस के भूतल पर शौचालय है। इस शौचालय में सीट टूटी हुई है। पेट्रोल पंप समेत अन्य संस्थाओं में शौचालय खोलने और उसे साफ रखने के निर्देश जारी करने वाले जमशेदपुर अक्षेस में शौचालय की ये दयनीय स्थिति यहां के अधिकारियों की लापरवाही की दास्तान बयान कर रही है। शौचालय की ये बदतर हालत तब है जब अक्षेस के अधिकारी यहां के शौचालय पर लाखों रुपये खर्च करने का दावा कर रहे हैं। अधिकारी व कर्मचारी भी थे गायब : शनिवार को दोपहर 12 बजे जमशेदपुर अक्षेस में विशेष अधिकारी कृष्ण कुमार मौजूद नहीं थे।
उनसे मिलने आए लोग कुर्सियों पर बैठ कर उनका इंतजार कर रहे थे। काफी देर तक इंतजार के बाद बिरसानगर से आए एक व्यक्ति रमेश कुमार ने अक्षेस के एक कर्मचारी से विशेष अधिकारी के बारे में पूछा तो उन्होंने रमेश को बताया कि विशेष अधिकारी डीसी दफ्तर गए हैं। यहां बागुनहातु में निर्माणाधीन आवास की लॉटरी होनी है। इस पर रमेश कुमार वहां से डीसी दफ्तर आए। यहां उन्हें बताया गया कि पीएम आवास की लॉटरी आज नहीं हो रही है। इस पर वो जेएनएसी को कोसते हुए वापस चले गए। रमेश कुमार ने बताया कि वो इलाके में सफाई की शिकायत करने आए थे।
एक बजे बंद कर दिया प्रमाण पत्र का काउंटर : जमशेदपुर अक्षेस में शौचालय के पास वाले कमरे से जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। ये काम देखने के लिए जेएनएसी के क्लर्को में मारामारी रहती है। शनिवार को जैसे ही एक बजा जेएनएसी के बाबू ने सबको बाहर कर कमरा बंद कर दिया। बाहर खड़ी महिलाएं और वृद्ध चिल्लाते रहे लेकिन, उनकी एक नहीं सुनी गई। कमरा बंद कर दिया गया। महिलाओं को बताया गया कि लंच हो गया है। अब उन्हें साढ़े तीन बजे आना होगा।