ऊं नम: शिवाय-- 1965 में स्थापित हुआ टेल्को श्रीराम मंदिर
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जासं, जमशेदपुर : 1965 में बसंत पंचमी के दिन टेल्को श्रीराम मंदिर की स्थापना हुई। शहर के मंदिरों में शुमार इस मंदिर में दुर्गापूजा, सावन महोत्सव, कालीपूजा, रामनवमी, सरस्वती पूजा समेत कई आयोजन होते हैं। इस मंदिर में शिवलिंग स्थापित है। जहां सुबह से शाम तक भक्तों का जमावड़ा लगा रहता हैं।
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इतिहास
मंदिर के संस्थापक टाटा मोटर्स के पूर्व कर्मचारी हैं। 1965 से पूर्व टेल्को गेट नंबर दो, मिस्त्री लाइन दीनबंधु शिव मंदिर के पास कंपनी के कर्मचारी रहते थे, तथा वे वहीं पूजा-अर्चना करते थे। जब टाटा मोटर्स कॉलोनी का विकास हुआ तो वहां के अधिकांश लोग कंपनी क्वार्टर में आकर कॉलोनी में रहने लगे। तभी उनके मन में आया कि कॉलोनी में भी एक मंदिर बनना चाहिए। फिर क्या था, कंपनी के कर्मचारी मंदिर बनवाने में जुट गए तथा आपसी चंदा से मंदिर का निर्माण कराया। वहीं लोग पहली बार जयपुर से राम-सीता, हनुमान, लक्ष्मण, गणेश, शिव-पार्वती की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा कराया।
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यहां राम, शिव, हनुमान व अन्य-देवी देवताओं के भक्तों का जमावड़ा लगा रहता हैं। मंदिर परिसर में भगवान राम के जन्म से लेकर उनके राजतिलक तक का आरकाइव लगवाने की योजना है। श्रीराम मंदिर आज आस्था का केंद्र बना हुआ है जहां भक्तों की मन्नत पूरी होती है।
पंडित जीवानंद मिश्र, पुजारी
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मंदिर कमेटी की ओर से सावन महीने में पूरे माह पूजा-अर्चना, भजन कीर्तन व प्रवचन से लेकर कई आयोजन होते हैं। अंतिम दिन भगवान भोले की बारात निकलती है जो पूरे कॉलोनी में घुमाई जाती है तथा भव्य भंडारा का आयोजन होता हैं।
केके मिश्रा, शिव भक्त