आदित्यपुर स्टेशन में आरआरआइ बिल्डिंग सहित टूटेंगे 56 क्वार्टर, 80 का होगा निर्माण Jamshedpur News
पुराना शेड ही नहीं नए शेड से भी टपकने लगा है बरसात का पानी रेलकर्मी बेहाल शिकायत पर नहीं सुनते रेल पदाधिकारी।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। आदित्यपुर स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म के समीप बने रुट रिले इंटरलॉकिंग (आरआरआई) सहित 56 क्वार्टरों को तोड़ेे जाएंगे। उनके स्थान पर 80 क्वार्टरों को बनाया जाएगा।
यह जानकारी चक्रधरपुर मंडल के एडीआरएम वीके सिन्हा ने आदित्यपुर यार्ड के निरीक्षण के दौरान कही। उन्होंने बताया कि नए 80 क्वार्टर बनाने के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है और भूमि पूजन भी हो गया है। लॉकडाउन के कारण कार्य रुका हुआ था। लेकिन अब कार्य को शुरु किया जा रहा है। आदित्यपुर में दो नए लूप लाइन का निर्माण होना है। इसके लेकर आदित्यपुर स्टेशन की कायाकल्प होने की योजना पर काम शुरु कर दिया गया है।
अब आदित्यपुर स्टेशन नए लूक में नजर आएगा। एक नंबर प्लेटफार्म को बगल में बने रेलवे क्वार्टरों को तोड़कर यहां से दो नए लूप लाइन को गुजारा जाएगा। चक्रधरपुर मंडल के एडीआरएम बीके सिन्हा ने मंगलवार को आदित्यपुर यार्ड, गम्हरिया यार्ड व टाटानगर यार्ड का निरीक्षण किया। गम्हरिया यार्ड के ट्रैक की स्पीड बढ़ाने को लेकर इसका निरीक्षण किया गया। पुरानी लाइन में 45 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन को 110 की स्पीड में चलाने के लिए ट्रैक में परिवर्तन की आवश्यकता होगी। इसकी चर्चा की गई। जल्द ही ट्रैक के काम में परिवर्तन की योजना पर काम शुरु होगा।
पुराना शेड की स्थित खराब, जाने के रास्ते पर बना तालाब
टाटानगर में पुराना शेड की स्थिति जर्जर अवस्था में है। शेड के टीने तक खुले हुए है। यहां कर्मचारियों को आने जाने में व काम करने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस शेड में मोटर वाइंडिंग का काम किया जाता है। बरसात के दिनों में शेड के नीचे काम करना संभव नहीं है। कर्मचारियों ने कई बार शिकायत करने के बाद भी शेड को दुरुस्त नहीं किया गया। इतना ही नहीं।
टाटानगर लोको फाटक से शेड की ओर जाने वाली सड़क की स्थिति जर्जर है। बरसात के आते ही सड़क में बने गड्ढों में पानी भर गया है। ऐसे में यहां से गुजरना जान जोखिम में डालने के सामान है। मंगलवार को चक्रधरपुर मंडल के एडीआरएम बीके सिन्हा टाटानगर यार्ड पहुंचे। जहां यार्ड की स्थिति व सड़कों की स्थित देखकर ङ्क्षचता व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारी की फटकार लगाई और शेड को दुरुस्त करने का निर्देश दिया। इतना ही नहीं माल गोदाम जाने वाली सड़़क की स्थित भी खराब थी।
गड्डों में पानी भरा हुआ था। पिछले दिनों रेलवे ने मुख्य लाइन के पटरियों के आस पास की नालियों को साफ कराया था ताकि बरसात का पानी पटरियों पर न जमे। लेकिन माल गोदाम व टाटा स्टील के अंदर जाने वाली पटरियों की स्थित खराब है। यहां बरसात का पानी जमा रहता है। इतना ही नहीं नए शेड की स्थिति भी खराब है। यहां के शेड से भी बरसात के दिनों में पानी टपकता है। कई बार रेल अधिकारियों से इसे दुरुस्त करने के लिए कर्मचारियों ने कहा लेकिन किसी के कान पर जू नहीं रेंग रही।